प्रतीक चौहान. रायपुर. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) जोन के रायपुर रेल मंडल में सफाई कर्मचारियों की आधी सैलरी CISB कंपनी डकार रही है. कागजों में रेलवे से पूरी सैलरी लेने के बाद ये कंपनी अपने मैनेजर के माध्यम से कैश वापस ले लेती है. इसका खुलासा लल्लूराम डॉट कॉम के स्टिंग में हुआ. लल्लूराम ने कई सफाई कमर्चारियों का भी स्टिंग किया और उनसे ये जाना कि उन्हें कितनी सैलरी मिलती है, सभी ने एक ही जवाब दिया 10 हजार 500 वो भी पूरे 30 दिन हाजरी के.

इसके बाद ये स्टिंग लेकर लल्लूराम डॉट कॉम की टीम रायपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम AVADHESH KUMAR TRIVEDI के पास पहुंची और उन्हें पूरी कहानी बताई. सीनियर डीसीएम ने बिना देरी किए तुरंत अपनी एक टीम हमारे साथ भेजी और उक्त टीम को ये सख्त निर्देश दिए कि यदि जांच में लिपापोती की तो वो भी कार्रवाई के लिए तैयार रहे. हैरानी की बात ये है कि सीनियर डीसीएम की इस गुप्त टीम में सफाई कंपनी को सीधे डील करने वाले स्टॉफ नहीं थे. इस टीम के साथ भी मिलकर लल्लूराम ने स्टिंग किया और उसमें भी यही खुलासा हुआ कि सफाई कंपनी उन्हें 10 हजार 500 रुपए ही देती है और बाकी पैसे वापस ले लेती है.
कमर्शियल स्टॉफ ने सफाई कंपनी के मैनेजर को दी सूचना
सीनियर डीसीएम (Sr DCM) के इस आदेश के बाद भी कि इस जांच में कोई लिपापोती नहीं होनी चाहिए, रायपुर रेल मंडल के एक कमर्शियल स्टॉफ इस गुप्त जांच टीम के पहुंचने की सूचना सफाई कंपनी के मैनेजर और स्टॉफ को दे दी.
हुआ कुछ यूं कि इस गुप्त टीम में एक नॉन कमर्शियल स्टॉफ थे. नॉन कमर्शियल स्टॉफ की गुप्त टीम पहले रेलवे स्टेशन पहुंच गई. इसके बाद कमर्शियल विभाग के वो स्टॉफ पहुंचे जिनके सामने ये बात की सत्यता जांचनी थी कि क्या सच में सफाई कंपनी कर्मचारियों को 10 हजार 500 रुपए देती है ? उक्त कर्मशियल स्टॉफ ने अपने वहां आने की सूचना सफाई कंपनी के मैनेजर और एक स्टॉफ को दे दी. चूंकि साथ में लल्लूराम की टीम भी मौजूद थी तो हमने उक्त कमर्शियल स्टॉफ से अपना ये विरोध व्यक्त किया कि जिनकी जांच करनी है उनको आपने अपने यहां आने की सूचना क्यों दी ?
देखें पहले स्टिंग, जिसमें सफाई कर्मचारी बंद कमरे में एक-एक कर कैश वापस देने पहुंच रहे है, इस वीडियो में गौर करने वाली बात ये है कि जैसे ही लल्लूराम की टीम ये पूछती है कि कितनी सैलरी मिलती है तो मैनेजर ने हमें बाहर कर दिया और दरवाजा बंद कर लिया
और यदि आप सफाई कंपनी के मैनेजर के सामने उनसे ये पूछेंगे तो वो भला अपनी नौकरी के डर में सच कैसे कहेंगे ? लेकिन सफाई कंपनी के कर्मचारी और कमर्शियल स्टॉफ के सामने भी ऑन कैमरा एक महिला कर्मचारी ने बेबाकी से सारी सच्चाई बयां की और कहा कि हां- सफाई कंपनी के मैनेजर के कहने पर हम उन्हें 12-16 हजार रुपए कैश लौटाते है और उनकी सैलरी 10 हजार 500 रुपए (30 हाजरी के ही है).
हैरानी की बात ये भी है कि उक्त कमर्शियल स्टॉफ कोराकागज और सफेद पेपर लेकर वहां पहुंचे थे, लेकिन हमारे मौजदूगी तक उन्होंने उस कागज में कुछ भी नहीं लिखा था. थोड़ी देर बाद जब ये बार पूरे रायपुर रेलवे स्टेशन में तेजी से फैल गई कि रेलवे की टीम सभी स्टॉफ से ये पूछ रही कि उन्हें सैलरी कितनी मिलती है तो फिर बाद में सभी स्टॉफ ने 21 हजार रुपए अपनी सैलरी बतानी शुरू की, लेकिन इसके पहले तक उनकी सारी बाते लल्लूराम डॉट कॉम के कैमरे में रिकार्ड हो चुकी थी.
मैं जांच करवाऊंगा, सफाई कर्मचारियों के साथ अन्याय नहीं होगा: SR.DCM
अपनी बेबाकी और ईमानदार छवि के लिए जाने-जाने वाले SR.DCM अवधेश कुमार त्रिवेदी (AVADHESH KUMAR TRIVEDI) ने लल्लूराम डॉट कॉम से सफाई कर्मचारियों को स्टिंग देखने के बाद तत्काल एक टीम जांच के लिए भेजी. उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी सफाई कर्मचारियों को सच बताने से डरने की जरूरत नहीं है और वे इस मामले में निष्पक्ष जांच करवाएंगे और यदि इस मामले में किसी रेल कर्मचारी की संलिप्तता मिली तो उन्हें भी नहीं छोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि मैं किसी भी सफाई कर्मचारी के साथ अन्याय नहीं होने दूंगा.