रायपुर। विश्व बाल दिवस के अवसर पर रायपुर शहर के मुख्य स्थल जैसे कि तेलीबांधा तालाब, बूढ़ातालाब, जयस्तंभ चौक, घड़ी चौक और भगत सिंह चौक आज नीली रोशनी से जगमगा रहे है. कलेक्टर डॉ एस भर्तिदासन ने बताया कि इन सार्वजनिक स्थलों की सजावट नीले रंग में करने का मुख्य उद्देश्य लोगों में बाल अधिकारों के प्रति जागरूकता पैदा करना है. इस पहल के माध्यम से यह संदेश दिया जा रहा है कि हमे बच्चों को कोरोना माहमारी के प्रभाव से सुरक्षित रखने की ज़रूरत है.

छत्तीसगढ़ में यूनिसेफ के चीफ जॉब ज़कारिया ने कहा कि #GoBlue यूनीसेफ की एक विश्व-स्तरीय पहल है जिसका उद्देश्य लोगों में कोरोना के प्रभाव और पर्यावरणीय परिवर्तन के प्रति जागरूकता पैदा करना है. कोरोना के सामाजिक और आर्थिक प्रभावों के कारण बाल मृत्यु दर, कुपोषण, बाल विवाह, बाल मजदूरी और बच्चों से जुड़े अपराधों में बढ़ोत्तरी होने की संभावना है, जिसे रोकने के लिए हमें पुरज़ोर प्रयास करने की ज़रूरत है. कोरोना बाल अधिकारों के लिए बड़ा खतरा बन सकता है और इस स्तिथि से बचना आवश्यक है. विश्व बाल दिवस हमे बच्चो के प्रति हमारी ज़िम्मेदारी याद दिलाता है कि हम उन्हें सीखने के अवसर प्रदान करें, उन्हें शोषण से बचाए और उन्हें सुपोषित रखे.

20 नवंबर 1989 को कन्वेंशन ऑफ चाइल्ड राइट्स (CRC) को अपनाए जाने के उपलक्ष्य में विश्व बाल दिवस मनाया जाता है. इस अवसर पर भारत मे इस पूरे सप्ताह विभिन्न आयोजन किये गए. आयोजनों का यह सिलसिला राष्ट्रीय बाल दिवस यानी नवंबर 14 से शुरू किया गया.