दिल्ली। बिरसा मुंडा की जंयती पर बुधवार को देश भर में उन्हें याद किया गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी भगवान बिरसा मुंडा को याद करते हुए उन्हें नमन किया. राष्ट्रपति कोविंद इस समय झारखंड के दौरे पर है. जहां उन्होंने रांची के बिरसा चौक पर भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ​ट्वीट करते हुए कहा, कि “मैं भगवान बिरसा मुंडा को उनकी जयंती पर नमन करता हूं. उनका अदम्‍य साहस प्रेरणा का स्रोत है.’’उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से प्रेरित होकर हम अपने उन आदिवासी समुदायों को सशक्‍त करने के लिए काम कर रहे हैं जो भारत के गौरव है. इस अवसर पर मोदी ने अपने ​ट्वीटर पर एक वीडियों भी जारी किया है.

राहुल गांधी ने बुधवार को ट्वीट कर कहा,‘भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर श्रद्धांजलि. उन्होंने ब्रिटिशों के खिलाफ अनुकरणीय साहस के साथ लड़ाई लड़ी और आदिवासियों के सशक्तिकरण के लिए मार्ग का नेतृत्व किया.

वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि अंग्रेज़ों के दमन और अत्याचार के विरुद्ध आदिवासियों के हक के लिए लड़ने वाले आदिवासी जननायक वीर बिरसा मुंडा को उनकी जयंती पर सादर नमन.

गौरतलब है कि आदिवासी वीर योद्धा भगवान बिरसा मुंडा की आज 142वीं जयंती है. जिन्होंने आज़ादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई थी. बिरसा मुंडा आदिवासी नेता और लोक-नायक थे जो कि मुंडा जाति से संबंधित थे. हम आज की बात करें तो भारत में रांची और सिंहभूमि के आदिवासी बिरसा मुंडा को अब ‘बिरसा भगवान’ कहकर याद करते है.

दरअसल मुंडा आदिवासियों को अंग्रेजों के दमन और अत्याचार के विरुद्ध खड़ा करके बिरसा मुंडा ने यह सम्मान अर्जित किया था.19वीं सदी में बिरसा भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में एक मुख्य कड़ी साबित हुए थे. उनके द्वारा चलाया जाने वाले आंदोलन ने बिहार और झारखंड में खूब प्रभाव डाला था. केवल 25 वर्ष के जीवन में उन्होंने इतने मुकाम हासिल कर लिए थे कि आज भी भारत की जनता उन्हें याद करती है.