पुरुषोत्तम पात्रा, गरियाबंद.गोहेकेला के किडनी मरीज एक बार फिर स्वाथ्य विभाग की लापरवाही का शिकार हो गये. मरीजों को एक बार फिर बिना ईलाज के ही मेकाहारा से वापिस लौटना पड़ा है. अब बड़ा सवाल खड़ा हो गया कि आखिर मरीज करें तो क्या करें कि उनका मुक्कमल इलाज हो जाये.
देवभोग के गॉधी चौक पर बीती रात खडे़ ये लोग गोहेकेला के किडनी मरीज हैं. जो स्वास्थ्य विभाग के कहने पर 27 फरवरी को इलाज के लिए मेकाहारा गये थे. मेकाहारा जाने से पहले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने भरोसा दिलाया था कि इस बार उनका सही इलाज होगा लेकिन जब गोहेकेला के 14 मरीज मेकाहारा पहुंचे तो ईलाज तो दूर पहले दिन ही मरीजों को खाना तक नसीब नही हुआ. मरीजों और उनके साथ गये परिजनों ने जब हंगामा मचाया तब कहीं जाकर रात के 12 बजे खाना दिया गया. यही नहीं एक सप्ताह रहने के बाद जब मरीजों को डिस्चार्ज किया गया तो उन्हें दवाई भी बाहर से खरीदने के लिए पर्ची थमा दी गयी. इन मरीजों की परेशानियां यहीं खत्म नहीं हुयी.
मेकहारा से लौटकर आये मरीजों ने बताया कि उनके वापिस आने के लिए भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गयी, बस में धक्के खाते हुए रात को बारह 12 बजे वे देवभोग पहुंचे हैं.
सबसे ताज्जुब की बात ये है कि गोहेकेला के जो 14 मरीज इलाज के लिए गये थे. उनमें से अधिकांश मरीज उम्रदराज थे. बस में धक्के खाने के बाद जब वे देवभोग पहुंचे तो यहां से गोहेकेला जाने के लिए भी उनके पास कोई साधन नहीं था. मरीज और उनके साथ गये परिजन गांधी चौक पर ही रात के अंधेरे में बैठ गये. इतने सारे लोगों को देखकर पट्रोलिंग पर निकली पुलिस पार्टी भी सकते में आ गयी. पुलिस ने जॉच पड़ताल की तो पता चला कि ये गोहेकेला के किडनी मरीज हैं जो इलाज के लिए मेकाहारा गये थे. पेट्रोलिंग कर रहे जवानों ने उनकी हालत देखकर पट्रोलिंग गाड़ी से ही उन्हें गोहेकेला छोड़ने का निर्णय लिया.
वैसे ये कोई पहला मौका नहीं है जब इलाज के लिए मेकाहारा गये किडनी मरीजों को इतनी फजीहत सहनी पड़ी हो. बल्कि इससे पहले भी ये मरीज इस तरह की घटनाओं से कई बार गुजर चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग की ऐसी बदइंतजामियों के कारण सरकार को भी कई बार विपक्ष के निशाने पर रहना पड़ा. विपक्ष सरकार को इस मामले में कई बार विधानसभा के अंदर और बाहर घेर चुकी है. स्वास्थ्य विभाग की इस लापरवाही के बाद विपक्ष को एक बार सरकार पर निशाना साधने का मौका मिल गया.
गरियाबंद के दौरे पर पहुंची छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस की नेता ऋचा जोगी को जब इस घटना की जानकारी लगी तो उन्होंने इस मामले को लेकर सरकार की जमकर आलोचना की.