मुंबई. गोल्ड ईटीएफ (Gold ETFs) यानी सोने से जुड़े एक्सचेंज-ट्रेडेड फंडों में सितंबर 2025 में निवेशकों की तरफ से अब तक का सबसे बड़ा निवेश देखने को मिला है. यह न केवल एशिया में किसी भी देश में गोल्ड ETF का सबसे अधिक निवेश है, बल्कि भारत को ग्लोबल स्तर पर टॉप-4 देशों में शामिल करा दिया है.

 वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (World Gold Council) के आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में भारतीय गोल्ड ETF में करीब 90.2 करोड़ डॉलर (लगभग ₹8,000 करोड़) का नेट इनफ्लो हुआ. यह अगस्त 2025 में आए 23.2 करोड़ डॉलर की तुलना में 285% की उछाल है. निवेश का यह प्रवाह लगातार चौथे महीने भी पॉजिटिव रहा. मार्च और मई को छोड़कर, पूरे 2025 में हर महीने निवेशकों ने गोल्ड फंड्स में बढ़ती दिलचस्पी दिखाई.

ग्लोबल रैंकिंग: भारत टॉप-4 में

सितंबर में गोल्ड ETF इनफ्लो में अमेरिका सबसे ऊपर रहा, जहां निवेश 10.3 अरब डॉलर दर्ज हुआ. इसके बाद क्रमशः ब्रिटेन (2.23 अरब डॉलर) और स्विट्जरलैंड (1.09 अरब डॉलर) का नंबर रहा. वहीं भारत 90.2 करोड़ डॉलर के निवेश के साथ चौथे स्थान पर रहा. कुल मिलाकर, ग्लोबल स्तर पर सितंबर में गोल्ड ETF में 17.3 अरब डॉलर का निवेश आया.

सालाना स्तर पर भी रिकॉर्ड तोड़

साल 2025 में अब तक भारत में गोल्ड ETF में कुल 2.18 अरब डॉलर का निवेश हो चुका है. यह किसी भी एक साल में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है.

तुलना करें तो:

  • 2024 में कुल निवेश: 1.29 अरब डॉलर
  • 2023 में कुल निवेश: 31 करोड़ डॉलर
  • 2022 में कुल निवेश: 3.3 करोड़ डॉलर

यह स्पष्ट करता है कि भारतीय निवेशक सोने की तरफ लगातार आकर्षित हो रहे हैं.

एशिया में भारत सबसे आगे

एशिया में सितंबर के दौरान कुल 2.1 अरब डॉलर का गोल्ड ETF निवेश दर्ज किया गया. इसमें भारत का योगदान सबसे अधिक रहा. वहीं, चीन में 62.2 करोड़ डॉलर और जापान में 41.5 करोड़ डॉलर का निवेश हुआ.

गोल्ड ETF में बढ़ती दिलचस्पी के कारण

  • विशेषज्ञों का कहना है कि गोल्ड ETF में निवेश बढ़ने के पीछे कई प्रमुख कारण हैं:
  • घरेलू शेयर बाजारों में अस्थिरता और मुनाफावसूली का दौर
  • करेंसी एक्सचेंज रेट्स में उतार-चढ़ाव
  • भू-राजनीतिक तनाव और व्यापारिक अनिश्चितताएं

अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती और कम यील्ड की उम्मीद

सितंबर में अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने 25 बेसिस पॉइंट की दर कटौती की थी. अब बाजार साल के अंत तक एक या दो और कटौतियों की संभावना जता रहा है. इस परिस्थिति में निवेशक रक्षात्मक रुख अपनाते हुए सोने की तरफ रुख कर रहे हैं.

सोने की कीमतों में नए रिकॉर्ड

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतें लगातार नए उच्च स्तर पर पहुँच रही हैं, जिससे निवेशकों की दिलचस्पी और बढ़ी है. शेयर बाजार के संभावित उतार-चढ़ाव से बचने के लिए गोल्ड ETF को भरोसेमंद हेज के रूप में देखा जा रहा है.

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