रायपुर। शराबबंदी के लिए सबसे पहले आवश्यक है कि समाज में जागरूकता अभियान चलाई जाए, जिससे लोग स्वयं शराब से दूर हो सके. राज्यपाल अनुसुईया उइके ने यह बात अखिल भारतीय गोंडवाना गोंड महासभा की महिला प्रतिनिधियों से मुलाकात के दौरान शराबबंदी लागू करने के आग्रह पर कही.

गोंड महासभा अंतागढ़ की महासचिव कांति नाग के नेतृत्व में महिला प्रतिनिधियों ने रविवार को राज्यपाल अनुसुईया उइके से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने राज्यपाल का पारंपरिक गहने पहनाकर सम्मान किया. राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा कि हमें अपने स्थानीय बोलियों, भाषाओं को संरक्षित करना चाहिए और इसका ज्ञान नई पीढ़ी को देना चाहिए. इस दौरान उन्होंने पांचवी अनुसूची क्षेत्र में ग्राम पंचायतों को नगर पंचायतों में परिवर्तित किए गए संबंधित समस्या का समाधान करने के लिए प्रयास करने की बात कही.

महिला प्रतिनिधियों ने राज्यपाल को मध्यप्रदेश से विभाजन में छत्तीसगढ़ आए शासकीय कर्मचारियों को जाति प्रमाण-पत्र बनाने के आ रही कठिनाइयों से अवगत कराया. राज्यपाल ने इस कठिनाइयों का समाधान करने का प्रयास करने का भरोसा दिलाया. महिला प्रतिनिधियों ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने का आमंत्रण दिया. मुलाकात के दौरान बड़ी संख्या में गोंड महासभा की महिला प्रतिनिधि उपस्थित थीं.