रायपुर। छत्तीसगढ़, जो एक समय से पिछड़े हुए राज्य के रूप में जाना जाता रहा है, आज स्वास्थ्य सेवाओं में अपनी प्रगति के लिए चर्चा का केंद्र बना हुआ है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के कुशल नेतृत्व में राज्य ने स्वास्थ्य क्षेत्र में जो कुछ भी किया है उसे एक बड़ा कदम कहा जा सकता है.

लिवर और किडनी ट्रांसप्लांट जैसी जटिल प्रक्रियाओं को सफलतापूर्वक लागू करना किसी राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी. इन प्रक्रियाओं के माध्यम से न केवल राज्य के लोगों को जीवनदान मिल रहा है, बल्कि राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में भी अभूतपूर्व सुधार हुआ है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशा के अनुसार, छत्तीसगढ़ ऑर्गन ट्रांसप्लांट और बायपास हार्ट सर्जरी जैसी वैश्विक सुविधाएं देने वाला राज्य बन गया है.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने पिछले एक साल में स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने को प्राथमिकता दी. उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि आम जनता को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं मिलें. राज्य सरकार ने नई योजनाओं और तकनीकी साधनों के माध्यम से स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांति ला दी. उनके नेतृत्व में स्वास्थ्य से सम्बंधित कई मज़बूत उठाए जा रहे हैं जैसे, आयुष्मान भारत योजना, मुफ्त स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन.

राज्य के जिला अस्पतालों को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस करना.सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति. चिकित्सा शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए नए मेडिकल कॉलेज खोलना. जिसमें से लिवर और किडनी ट्रांसप्लांट स्वास्थ्य सेवाओं में मील का पत्थर बना हुआ है.

पहले जटिल सर्जरी और ट्रांसप्लांट जैसी सेवाएं केवल मेट्रो शहरों में उपलब्ध थीं, इसका मुख्य कारण था राज्य में उन्नत चिकित्सा सुविधाओं की कमी और विशेषज्ञ डॉक्टरों का अभाव. लेकिन मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की शानदार नीतियों ने सारा परिदृश्य बदल दिया है.

लिवर ट्रांसप्लांट एक जटिल और महंगी प्रक्रिया है. मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने सरकारी और निजी अस्पतालों में इस सेवा को सुलभ बनाने के लिए कई कदम उठाए.उन्नत लैब और ऑपरेशन थिएटर का निर्माण कराया जा रहा है,सरकारी सहायता के तहत गरीब मरीजों को आर्थिक मदद दी जा रही है, राज्य के चिकित्सकों को इस प्रक्रिया में प्रशिक्षित करने के लिए विशेष प्रोग्राम शुरू किए हैं.

राज्य के मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य ने डायलिसिस केंद्रों की स्थापना की, किडनी ट्रांसप्लांट यूनिट्स को प्रमुख सरकारी अस्पतालों में स्थापित किया, ऑर्गन डोनेशन को प्रोत्साहित करने के लिए जागरूकता अभियान चलाए, मरीजों को आर्थिक मदद उपलब्ध कराई.

छत्तीसगढ़ में लिवर और किडनी ट्रांसप्लांट जैसी महंगी प्रक्रियाएं आम लोगों की पहुंच में लाने के लिए सरकार ने बीमा योजनाओं को सुदृढ़ किया. राज्य की विशेष स्वास्थ्य योजना के तहत मुख्यमंत्री ने अतिरिक्त फंड आवंटित कर गरीबों और जरूरतमंदों को सहायता दी जा रही है. छत्तीसगढ़ की साय सरकार ने डोनर और रिसीवर दोनों को वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है.

स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य जागरूकता को भी प्राथमिकता दी. उन्होंने ऑर्गन डोनेशन को लेकर जागरूकता अभियान चलाए, सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के सहयोग से शिक्षा और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया. राज्य के मुखिया ने ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों की नियुक्ति के लिए विशेष प्रोत्साहन योजनाएं शुरू की हैं. प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए टेलीमेडिसिन सेवाओं का विस्तार किया है. लोगों को जागरूक करने के लिए नए अभियान चलाए हैं.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ ने स्वास्थ्य सेवाओं में जो प्रगति की है, वह प्रशंसनीय है. लिवर और किडनी ट्रांसप्लांट जैसे महंगे और जटिल इलाज को आम लोगों की पहुंच में लाना एक बड़ी उपलब्धि है. इन सेवाओं ने न केवल राज्य के मरीजों को जीवनदान दिया है, बल्कि छत्तीसगढ़ को स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित किया है. डीकेएस में अत्याधुनिक आईसीयू तैयार किया गया है, लिवर और किडनी ट्रांसप्लांट के उपकरणों के लिए 6 करोड़ रुपए भी स्वीकृत किए गए थे.

यह सुविधा राजधानी के मरीजों के साथ-साथ आस-पास के राज्यों से आने वाले मरीजों को भी लाभान्वित कर रही है. इसके अलावा प्रदेश के 6 जिलों में अत्याधुनिक मॉडल अस्पताल बनाए जा रहे हैं, जिनमें सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं भी तैयार है. आने वाले समय में, इन सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाने और सभी तक पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयास आवश्यक हैं. मुख्यमंत्री के सुशासन और दूरदर्शी नीतियों के चलते छत्तीसगढ़ का स्वास्थ्य क्षेत्र निश्चित ही और उन्नति करेगा.

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार, सरकारी अस्पतालों में नई सेवाओं की संख्या बढ़ाई जा रही है. इसमें दूरस्थ परामर्श, अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है. इससे राज्य के सभी नागरिक अत्याधुनिक और उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं प्राप्त होंगी.