अमृतसर। पाकिस्तान के नैरोवाल स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब में दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं से अब 5 डॉलर की एंट्री फीस नहीं ली जाएगी. पाकिस्तान सरकार ने विदेशी श्रद्धालुओं से वसूले जाने वाली इस फीस को माफ करने का एलान किया है.

पाकिस्तान सरकार ने गुरुद्वारों के रखरखाव के लिए राष्ट्रीय सलाहकार कमेटी का गठन करने की भी घोषणा की है. यह फैसला पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान और पाकिस्तान पंजाब प्रांत के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री रमेश सिंह अरोड़ा की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया है.

अरोड़ा ने कहा कि पहले विभिन्न देशों से पाकिस्तान के गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन करने के लिए पहुंचने वाले प्रत्येक श्रद्धालु से 5 डॉलर यानी पाकिस्तानी करेंसी के अनुसार 1500 रुपये एंट्री फीस ली जाती थी. श्रद्धालुओं ने इसे जजिया टैक्स कहते हुए पाकिस्तान सरकार से इसे बंद करने की मांग की थी.

कमेटी के अध्यक्ष अरोड़ा ने बताया कि वैसाखी के मौके पर पाकिस्तान के गुरुद्वारा साहिब में दर्शन के लिए आने वाले यात्रियों के लिए विशेष ट्रेन की व्यवस्था भी की जाएगी. 13 अप्रैल को अटारी सड़क मार्ग से वाघा सीमा पहुंचने वाले जत्थे को बसों के बजाय विशेष ट्रेन से गुरुद्वारा पंजा साहिब की यात्रा करवाई जाएगी. नए नियमों के अनुसार, गुरुद्वारा साहिब में ठहराव के लिए सबसे पहले विदेशों से आए यात्रियों को कमरे अलॉट किए जाएंगे.