Google पर हमारी निर्भरता का असर आत्मनिर्भर भारत के सपने पर पड़ रहा है. स्वदेशी कंपनियों के साथ गूगल दोहरा व्यवहार कर रहा है. आलम यह है कि इन्हीं कारणों से गूगल पर 1338 करोड़ का जुर्माना भी लग चुका है. दरअसल, वर्तमान समय में हम गूगल पर इस तरह निर्भर हो गए हैं कि कोई भी जानकारी से लेकर मैप और लोकेशन तक के लिए गूगल पर सर्च करते हैं. इस कारण गूगल अपने सॉफ्टवेयर एंड्रायड का दुरुपयोग करने लगा है.

गूगल की मनमानी के कारण स्वदेशी नेविगेशन कंपनी मैप माई इंडिया (MapMyIndia) को प्ले स्टोर से हटा दिया गया था. कंपनी के सीईओ रोहन वर्मा के मुताबिक गूगल अपने कंपीटिटर्स को नुकसान पहुंचाता है. इसका असर भारतीय अर्थ व्यवस्था और उपभोक्ताओं पर भी पड़ता है.

रोहन वर्मा ने बताया कि कोरोना के दौर में मैप माई इंडिया ने लोगों को आसपास के कंटेनमेंट जोन, जांच और उपचार केंद्रों की जानकारी देने में बड़ी भूमिका निभाई थी. इसके विपरीत गूगल मैप ने ऐसी कोई सुविधा नहीं दी, उल्टे गूगल ने मैप माई इंडिया ऐप को प्ले स्टोर से ही हटा दिया था. इसके लिए उन्होंने गूगल को लिखा. सोशल मीडिया पर भी शिकायत की, तब जाकर उन्हें प्ले स्टोर में शामिल किया गया.

ऐसे एक नहीं कई उदाहरण हैं. इसे लेकर ही भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने अक्टूबर में गूगल पर अपनी मजबूत स्थिति का दुरुपयोग करने के लिए 1,337.76 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया था. सीसीआई ने पाया कि गूगल एंड्रॉइड मोबाइल सॉफ्टवेयर के माध्यम से कई बाजारों में अपनी स्थिति का फायदा उठाता है.