रायपुर। पीडियाट्रिक कार्डियक सोसायटी ऑफ इंडिया (PCSI) का वार्षिक सम्मेलन शिशु हृदय रोग से जुड़े डाक्टरों तथा अन्य सभी के लिए यह आयोजन एक कुम्भ मेले जैसा है. निश्चित ही ‘सब का साथ, सब का विकास, सब का आत्मविश्वास’ संदेश के साथ सम्मेलन का निष्कर्ष शिशु हृदय रोग के उपचार के लिए मील का पत्थर साबित होगा. यह बात राज्यपाल अनुसुईया उइके ने नवा रायपुर स्थित श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में आयोजित वार्षिक सम्मेलन के दौरान कही.
राज्यपाल सुश्री उइके ने इस अवसर पर कहा कि छत्तीसगढ़ का यह “बिना कैश काउंटर वाला अनोखा अस्पताल” पूरे विश्व में अपनी एक अलग पहचान बना चुका है. श्री सत्य साईं बाबा कहते थे कि मनुष्य का शरीर परोपकार के लिए है और इस परोपकार एवं निःस्वार्थ सेवा का अनूठा उदाहरण श्री सत्य साई संजीवनी हॉस्पिटल है. संस्था द्वारा जो सेवा कार्य किया जा रहा है वह मानव सेवा का अतुलनीय उदाहरण है. कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह और मधुसुदन साईं ने भी अपना संबोधन दिया. इस अवसर पर चिकित्सक और संस्था के प्रतिनिधि उपस्थित थे.
पीसीएसआई के दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के साथ राज्यपाल अनुसुईया उइके ने सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में नवनिर्मित ब्लड बैंक और इम्पेक्ट असेसमेंट एंड काउंसलिंग सेंटर का शुभारंभ किया. उन्होंने अस्पताल का अवलोकन किया और ऑपरेशन के बाद स्वस्थ हो चुके बच्चों से मुलाकात की.