आशुतोष तिवारी, जगदलपुर. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही भाजपा के पूर्व विधायकों ने अपने सरकारी विधायक कार्यालयों को खाली करने का काम शुरू कर दिया है. आज जगदलपुर भाजपा के पूर्व विधायक संतोष बाफना ने अपना कार्यालय खाली करवाया, लेकिन इस दौरान एक वाक्या देखने को मिला जहां कार्यालय परिसर के अंदर ही कई दस्तावेज जलाए जा रहे थे, हांलाकि इस दस्तावेजों में क्या है इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है. लेकिन इस तरह से सरकारी दस्तावेजों को जलाना कई संदिग्ध सवालों को जन्म देता है.
बताया जा रहा है कि पूर्व विधायक संतोष बाफना के निर्देश पर ही परिसर के अंदर ही इन दस्तावेजों को जलाने का कार्य किया जा रहा था. इस दौरान विधायक कार्यालय में मौजुद कुछ लोगों ने मीडिया को अंदर जाने से भी रोका. वहीं भाजपा के झंण्डे भी बीखरे हुए दिखाई दिए. इधर कांग्रेस के प्रवक्ता ने इस पूरे मामले को जांच का विषय बताया है.
कांग्रेस प्रवक्ता प्रकाश अग्रवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि जगदलपुर में 10 सालों से भाजपा विधायक रहे संतोष बाफना ने अपने कार्यकाल के दौरान कई भ्रष्टाचार किए है और ये काले चिट्ठे जनता के सामने न आ पाए इसलिए संतोष बाफना ने सारे दस्तावेज चोरी छिपे सरकारी विधायक कार्यालय के अंदर ही गोपनीय तरीके से जलाकर राख करवा दिया. प्रकाश अग्रवाल ने कहा कि सरकारी कार्यालय के अंदर बिना जिला प्रशासन को सूचना दिए दस्तावेज जलाना कई सवालों को जन्म देता है. निश्चित रूप से ये जांच का विषय है और कांग्रेस इस मामले की जांच की मांग करेगी.