भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित सरकारी हमीदिया अस्पताल में बिजली गुल होने से कोरोना के तीन मरीजों की मौत हो गई। लापरवाही का आलम यह था कि बिजली चले जाने पर बैकअप के लिए जो जनरेटर रखा हुआ था वह भी नहीं चला। जिन तीनों मरीजों की मौत हुई है वे वेंटीलेटर सपोर्ट पर थे। इस पूरे मामले में एक मेंटेनेन्स इंजीनियर को निलंबित कर जांच के आदेश दे दिये गया है वहीं डीन को नोटिस भेजा गया है।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा, “दुर्भाग्यपूर्ण है, ये बड़ी लापरवाही है। हमीदिया अस्पताल में 5 बजाकर 58 मिनट पर लाइट गई। वहां बैकअप के इंतज़ाम है लेकिन जनरेटर बंद हो गया था। इसके मेंटेनेंस में लापरवाही बरतने के कारण एक इंजीनियरिंग को ससपेंड किया गया है। मुख्यमंत्री ने मामले को गम्भीर माना है। डीन और डायरेक्टर को नोटिस जारी किया गया है। जांच रिपोर्ट आज ही दी जाएगी जो दोषी है उनपर कार्यवाई होगी। शुरुआती जांच रिपोर्ट जो हमीदिया प्रशासन ने दी है उसमें लाइट जाने के कारण मृत्यु नहीं हुई है 3 लोगों की। फिर भी मौत होना गम्भीर और दुःखद है, कार्रवाई की जायेगी।”