
दिल्ली में वायु प्रदूषण की चुनौती का सामना करने के लिए सरकार ने कठोर कदम उठाने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार को एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की, जिसमें यह तय किया गया कि मानसून के अलावा पूरे वर्ष स्मॉग गन्स और स्प्रिंकलर्स का उपयोग सड़कों पर किया जाएगा. इसके साथ ही, सीमा क्षेत्रों में वाहन प्रदूषण की निगरानी के लिए टीमों की संख्या में भी वृद्धि की जाएगी.
दिल्ली मुख्यमंत्री कार्यालय को वापस मिला आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल का नियंत्रण
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि दिल्ली सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने के प्रयासों को तेज कर दिया है. विकसित दिल्ली संकल्प पत्र के अंतर्गत, राजधानी को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाने की योजना बनाई गई है. इस दिशा में आवश्यक तैयारियों की शुरुआत कर दी गई है. बैठक में एमसीडी, डीपीसीसी, डीडीए, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस, पीडब्लूडी, राजस्व, और डीएसआईआईडीसी जैसे संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे. मुख्यमंत्री ने इन विभागों को एक सप्ताह का समय निर्धारित किया है.

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि धूल प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से मानसून के अलावा पूरे वर्ष स्प्रिंकलर्स और स्मॉग गन्स का उपयोग किया जाएगा. इससे धूल प्रदूषण पर नियंत्रण पाने में सहायता मिलेगी. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण को घटाने के लिए अपने प्रयासों को तेज कर दिया है. उन्होंने यह भी बताया कि भाजपा सरकार दिल्लीवासियों को स्वच्छ हवा प्रदान करने के प्रति प्रतिबद्ध है.
सरकार प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए केवल कुछ महीनों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि यह पूरे वर्ष सक्रिय रूप से कार्य करेगी. इस संदर्भ में, गुरुवार को विभिन्न विभागों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसका उद्देश्य प्रदूषण को नियंत्रित करना है. मुख्यमंत्री ने उल्लेख किया कि बाहरी वाहनों का भी प्रदूषण में योगदान होता है, इसलिए दिल्ली के सीमावर्ती क्षेत्रों में वाहनों की प्रदूषण जांच के लिए सभी संबंधित विभागों को जांच टीमों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अतिरिक्त, दिल्ली के बॉर्डर पर प्रदूषण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड भी स्थापित किए जाएंगे. विभिन्न विभागों द्वारा प्रदूषण की स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और आवश्यकतानुसार त्वरित कार्रवाई की जाएगी.
वायु प्रदूषण से ऐसे निपटेगी सरकार
अगली बैठक में वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए कार्ययोजना की आधिकारिक रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी. इस रिपोर्ट के आधार पर प्रदूषण रोकने के उपायों को शीघ्रता से लागू किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि दिल्ली के सीमावर्ती क्षेत्रों में वाहनों से उत्पन्न प्रदूषण की कड़ी निगरानी की जाएगी. बैठक में एन्फोर्समेंट टीमों की संख्या बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए. इसके अतिरिक्त, दिल्ली में डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड स्थापित किए जाएंगे, जो प्रदूषण नियंत्रण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सहायक होंगे.
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