रायपुर- गायों की मौत के मामले की न्यायिक जांच होगी. राज्य सरकार ने राजपुर के शगुन गौशाला. गोमर्डा के फूलचंद गौशाला और मयूर गौशाला में दो सौ से ज्यादा गायों की मौत होने के मामले में न्यायिक जांच किए जाने का आदेश दिया है. जस्टिस ए के सामंत रे की अध्यक्षता में गठित आयोग पूरे मामले की जांच करेगी. गाय की मौत होने के मामले में केंद्र सरकार ने भी राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की थी. इस पूरे मामले में कांग्रेस ने भी सरकार की घेरेबंदी कर रखी है. लिहाजा न्यायिक जांच आय़ोग गठित कर सरकार ने तमाम विरोधियों को जवाब दिया है.
राज्य शासन द्वारा न्यायिक जांच आयोग तीन महीने में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी. जांच के लिए छह बिंदू तय किये गए हैं.
- पशुओं की मृत्यु किन कारणों से हुई है ?
- क्या उक्त घटना घटित होने से रोकी जा सकती थी ? घटना के लिए कौन-कौन उत्तरदायी है ?
- घटना की पुनरावृत्ति ना हो इस उद्देश्य से गौशालाओं के समूचित प्रबंधन हेतु क्या क्या सुधार किये जा सकते हैं ?
- गौशाला पंजीयन एवं अनुदान तथा पर्य़वेक्षण की व्यवस्था को और प्रभावी बनाने हेतु और क्या-क्या सुधार किए जा सकते हैं ?
- गौशालाओं के प्रबंधन को अनवरत रूप से व्यवस्थित रखने के लिए विधि के प्रावधानों को किस तरह से प्रभावी बनाया जाना चाहिए ?
- जांच के दौरान अन्य लोग महत्व के बिंदु जिनकी जांच करना आयोग आवश्यक समझे ?