राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। फॉरेन से फंडिंग होने वाले NGO पर सरकार अब कड़ी नजर रखेगी। साथ ही संदिग्ध एनजीओ पर सख्ती बरती जाएगी। सोमवार को मंत्रालय में कलेक्टर-कमिश्नर की बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में सीएस, डीजीपी, पीएस गृह सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित हैं। वहीं सभी जिलों के कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, बैठक में वर्चुअली भाग ले रहे हैं। 

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बैठक को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश में संचालित संदिग्ध एनजीओ (Suspected NGO operating in Madhya Pradesh) पर सख्ती बरतें। जिन एनजीओ को फॉरेन फंडिंग मिलती हैं उन्हें चिन्हित करें। फंडिंग का वो क्या उसका क्या उपयोग कर रहे हैं, उनकी जानकारी जरूरी है।

बैठक में सीएम तीन जिलों के एसपी पर नाराज हुए। विदिशा, धार और मुरैना जिलों के एसपी से सीएम ने जताई नाराजगी। बढ़ते अपराधों को लेकर सीएम ने नाराजगी जताई।साथ ही चिन्हित अपराधों में अच्छी कार्रवाई करने वाले एसपी की तारीफ की। मंडला, रायसेन, नरसिंहपुर, दतिया, इंदौर, भिंड, शहडोल, उमरिया, छतरपुर और बड़वानी एसपी की तारीफ की।

बढते महिला अपराध पर जताई नाराजगी 

प्रदेश में बढ़ते महिला अपराधों को लेकर सीएम ने बैठक में चिंता जताई। सीएम ने कहा कि महिलाओं के प्रति अपराध की खबरें मन को बहुत तकलीफ देती हैं। इन्हें रोकने हर सम्भव प्रयास करना है। इसका पूरा अध्ययन करें, महिला अपराध रोकने जो भी सम्भव हो वो करें।

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सीएम ने कहा कि वैमनस्य फैलाने और समाज को तोड़ने का काम करने वाले, धर्मांतरण (conversion) करने वाले एनजीओ को मध्यप्रदेश में जगह नहीं है।, उन्हें हम यहां रहने नहीं देंगे। समाज को तोड़ने में कई एनजीओ का भी हाथ है। उनकी सूची तैयार होनी चाहिए, जो भी लोग इनसे जुड़े हैं उनकी भी जानकारी होनी चाहिए।

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