रायपुर। छत्तीसगढ़ में दीपावली के मौके पर गौरा-गौरी के पूजन का विशेष महत्व है. इस मौके पर पुरानी परंपरा चली आ रही है कि माता पार्वती और भगवान शंकर की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की जाती है. इस अवसर पर राज्यपाल अनुसुइया उईके ने छत्तीसगढ़ी में ट्वीट कर  दी गौरा-गौरी और गोवर्धन पूजा की बधाई है.

राज्यपाल अनुसुइया उईके ने ट्वीट कर कहा कि छत्तीसगढ़ के बड़ जुन्ना परंपरा, गौरा-गौरी तिहार अउ गोबरधन पूजा के आप सब ल गाड़ा-गाड़ा बधाई, बइगा के साटा, गोबर के टीका, मातर के दोहा अउ हमर लोकगीत जोहर-जोहर मोर गौरा-गौरी सेवन लागव मयँ तोर. सुरहुत्ति (देवारी) के दीया बगरत रहय अँजोर जय जोहार, जय छत्तीसगढ़.

बता दें कि इस बार दीवाली शनिवार को था और बीती रात को गौरी-गौरा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा शुरू की गई, जो अगले दिन यानि आज तक चला. पूजा के खत्म होने के बाद प्रतिमाओं को विसर्जन के लिए ले जाया जाता है. छत्तीसगढ़ का पारंपरिक गाड़ा बाज़ा की धुन पर जसगीत गाते श्रद्धालु विसर्जन के लिए तालाब जाएंगे.