चंडीगढ़ : पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित का कल 20 से 23 फरवरी तक राज्य के सीमावर्ती जिलों का दौरा संबंधित अधिकारियों के अनुरोध पर स्थगित कर दिया गया है. यह दौरा अब 12 मार्च से 14 मार्च, 2024 तक होगा. राजभवन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ऐसा सीमावर्ती जिलों से संबंधित अधिकारियों के अनुरोध पर किया गया है.

हालांकि सूत्रों का कहना है कि ऐसा किसान आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच विफल हुई वार्ता के बाद किया गया है. साथ ही 21 फरवरी को ही संयुक्त किसान मोर्चा ने भी भाजपा सांसदों और नेताओं का घेराव करने की घोषणा की हुई है.

सीमावर्ती जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को डर है कि आंदोलनरत किसान कहीं राज्यपाल के कार्यक्रमों में व्यवधान न डाल दें. केंद्र सरकार और संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक के किसान संगठनों के बीच विफल हुई वार्ता के बाद 21 फरवरी को ही किसानों ने दिल्ली कूच की घोषणा की हुई है, जबकि दूसरी ओर हरियाणा -पंजाब के बैरियर पर हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने के पुख्ता प्रबंध किए हुए हैं. ऐसे में किसानों और सुरक्षाकर्मियों के बीच में टकराव होने की भी संभावना है, जिसका असर सीमावर्ती जिलों में आना निश्चित है.

आंदोलन कर रहे किसान मजदूर संघर्ष कमेटी का ज्यादातर प्रभाव क्षेत्र माझा के जिले हैं जो सीमावर्ती भी हैं. इस समय शंभू बैरियर पर पिछले सात दिनों से शंभू बैरियर पर बैठे किसानों में सबसे ज्यादा गिनती फिरोजपुर, अमृतसर, तरनतारन आदि सीमावर्ती जिलों की है.