अगर आपको गार्डनिंग का शौक है और आप चाहते है कि आपके घर में ही विभिन्न प्रकार की सब्जियां उगे. तो इसके लिए आपको अलग-अलग सब्जी के अलग-अलग पौधे लगाने की जरूरत नहीं है. अब आप एक पौधे से ही आलू- टमाटर, मिर्ची-बैंगन, लौकी-खीरा उगा सकते है. बता दें कि ये सब ग्राफ्टिंग विधि से संभव है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के शहंशाहपुर में भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान में शोध के बाद ऐसे पौधे उगाये हैं, जिसमें दो अलग-अलग सब्जियां लग रही हैं. ग्राफ्टिंग विधि द्वारा आलू, बैंगन एक पौधे में और टमाटर, बैंगन एक पौधे में उगाये जा रहे हैं. इन पौधों को ब्रिमेटो और पोमैटो नाम दिया गया है. एक्सपर्ट बताते है कि ग्राफ्टिंग तकनीकी से तैयार किए पौधे किचन गार्डन या फिर गमले के लिए सही हैं. हर एक पौमैटो से 2 किग्रा टमाटर और 600 ग्राम आलू तैयार किया जा सकता है. मिट्टी के निचले हिस्से में आलू और ऊपर टमाट पैदा होगा. दूसरी तरफ ब्रिमेटो के एक पौधे से लगभग दो किग्रा टमाटर और ढाई किग्रा तक बैगन उगाया जा सकता है. इसी के साथ एक ही पौधे में टमाटर के साथ मिर्च. लौकी, तरोई में खीरा और करेला उगाने में सफलता हासिल की है.
जाने कैसे तैयार होता है पौधा
आलू के पौधे के मिट्टी के ऊपर कम से कम 6 इंचा लंबा होने पर उसपर टमाटर के पौधे की ग्राफ्टिंग की जाती है. दोनों पौधों के तने की मोटाई बराबर होनी चाहिए. 20 दिन बाद दोनों का जुड़ाव हो जाने पर उसे खेत में छोड़ दिया जाए. रोपाई के दो महीने बाद टमाटर की तोड़ाई शुरू हो जाएगी. इसके बाद आलू की खुदाई होगी. बैंगन को पौधे के 25 दिन और टमाटर के 22 दिन हो जाने के बाद इसमें ग्राफ्टिंग होती है. इस तरह एक पौधे से दो पौदावार हो सकती है.