अम्बिकापुर. सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ पहाड़ों पर रहने वाले लोगों को मिल रहा है या नहीं इस बात की पड़ताल करने के लिए शनिवार को कलेक्टर खुद ही पहाड़ पर चढ़ गई. उन्होंने पहाड़ पर चढ़कर न सिर्फ वहां के लोगों से मुलाकात की बल्कि उनकी समस्याओं को सुना और उन्हें दूर करने का आश्वासन भी दिया.

हम बात कर रहे हैं अम्बिकापुर जिले के ग्राम पंचायत मरेया की. जो की जनपद मुख्यालय उदयपुर से रेहण्ड नदी पार करते हुए लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इस दूरस्थ ग्रामों में रहने वाले ग्रामीणों तक शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने, इसी ग्राम पंचायत के सुदूर पहाड़ी ग्राम धवईपानी के लोगों की जरूरतों को जानने एवं उन्हें मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कलेक्टर किरण कौशल शनिवार को अन्य जिलाधिकारियों के साथ पगडण्डी रास्तों से होते हुए पैदल पहाड़ पर स्थित हाथी प्रभावित ग्राम धवईपानी पहुंची. जहां किरण ने गांव में चौपाल लगाकर लोगों से उनकी दिनचर्या तथा जीवन-यापन के साधनों के संबंध में जानकारी ली. उन्होंने लोगों को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए उनका लाभ प्राप्त कर अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने की समझाईश दी.

ग्रामवासियों को आंगनबाड़ी की सौगात

ग्रामवासी जेठू, रामकुमार, नकूल, शनिराम, सियाराम, फिलमोन तथा विमला, साधेमनी, सुनीता, बसंती, हीरामनी, लाली सहित अन्य लोगों ने चौपाल में बताया कि गांव के नन्हें बच्चों को पहाड़ के नीचे कुडेली ग्राम स्थित आंगनबाड़ी में जाना पड़ता है. इसलिए धवईपानी में ही आंगनबाड़ी भवन की आवश्कता है. जिस पर कलेक्टर द्वारा गांव में ही आंगनबाड़ी भवन बनाने की स्वीकृति दी गई तथा ग्रामवासियों ने उत्साहपूर्वक आंगनबाड़ी भवन बनने के लिए स्थल का भी चयन करते हुए भूमिपूजन किया. इस अवसर पर सरपंच मांगे राम सहित अन्य पंचायत प्रतिनिधि एवं ग्रामवासी उपस्थित रहे. इस ग्राम में लगभग 26 परिवार रहते हैं तथा जनसंख्या 126 है.

देवापारा में 10 किलोमीटर सड़क निर्माण की स्वीकृति

कलेक्टर द्वारा धवईपानी तक पहुंचने के लिए लोगों को सड़क की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए केसमा से देवापारा, कांदापारा, महादेवपानी होते हुए धवईपानी तक महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत 10 किलोमीटर सड़क बनाने की स्वीकृति दी गई है.

मितानिन बसमतिया सम्मानित होंगी

गांव की मितानिन बसमतिया साक्षर नही होते हुए भी अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर रही है. कलेक्टर एवं अधिकारियों द्वारा बसमतिया से विभिन्न रोगों की दवाइयों एवं उनके उपचार के बारे में पूछने पर उसने सही-सही जानकारी दी. ग्रामवासियों द्वारा मितानिन की सेवाओं की सराहना की गई. इन बातों को ध्यान में रखकर मितानिन बसमतिया को जिला मुख्यालय में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान सम्मानित करने का निर्णय लिया गया.

केजू को तात्कालिक सहायता

घटौन ग्राम के केजू का घर हाथियों द्वारा क्षतिग्रस्त किए जाने पर अधिकारियों द्वारा केजू को आवश्यक घरेलू सामग्री खरीदने के लिए एक हजार रूपए दिय गया. गौरतलब है कि केजू के लिए प्रधानमंत्री आवास निर्माण की स्वीकृति दी गई है, जो पटकुरा ग्राम में बनाया जा रहा है.

 

महतारी जतन योजनाओं का क्रियान्वयन

ग्राम की विमला, साधेमनी, सुनीता, बसंती, हीरामनी, लाली आदि महिलाओं ने बताया कि आंगनबाड़ी में गर्भवती महिलाओं को महतारी जतन योजना के तहत ताजा गर्म एवं पौष्टिक भोजन दिया जा रहा है.

इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.के पाण्डेय, महिला एवं बाल विकास अधिकारी निषा मिश्रा, जनपद सीईओ नानसाय मिंज एवं मिथलेष पैकरा सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी तथा स्थानीय ग्रामीण उपस्थित रहे.