नई दिल्ली. भारत में हिंदू धर्म की शादी मतलब ढेर सारे लोगों की झूमती नाचती बारात जो बेहद धीरे धीरे लड़की का घर तक पहुंचकर फिर उसे ब्याह कर ले जाती है. ऐसे ही उत्तराखंड का एक दूल्हा पूरे 80 लोगों की बारात लेकर निकला. त्रियुगीनारायण गांव से रजनीश कुरमांचली की बारात रुद्रप्रयाग में मुक्कू मठ के लिए निकली लेकिन 80 लोगों की बारात में से केवरल 25 ही दुल्हन के घर तक पहुंच सके.
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क्यों रास्ते में छूट गई आधी बारात?
दरअसल ये बारात तो 80 लोगों की थी लेकिन आधे से ज्यादा लोग बर्फबारी के चलते बंद रोड और ट्रैफिक जाम में फंसे रह गए. ऐसे में दूल्हे के परिवार ने तय किया कि सिर्फ वही लोग आगे जाएं जिनकी जरूरत शादी के रीति रिवाजों में जरूरी है. ऐसे में सिर्फ 25 लोग ही शादी के लिए दुल्हन के घर तक पहुंच सके.
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भारी बर्फ बारी में 6 किमी चलकर शादी के लिए पहुंचा दूल्हा
बर्फ बारी और जाम के देखते हुए केवल 25 लोग ही आगे के लिए बढ़े. ऐसे में दूल्हे के मामा बहन और अन्य ऐसे रिश्तेदारों को शामिल किया गया रीति रिवाजों के लिए जिनका होना जरूरी था. इन सभी लोगों ने भारी बर्फबारी में चलकर आगे का 6 किलोमीटर का रास्ता तय किया. इस दौरान उन लोगों ने एक शानदार सेल्फी भी ली जिसे देखकर कोई भी वहां ठंड और स्थिति का अंदाजा लगा सकेगा.
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इससे पहले 2002 में हुई थी ऐसी शादी
दूल्हे के भाई आशीष गैरोला ने बताया कि इससे पहले साल 2002 में ऐसी ही एक बारात गई थी और अब ये दूसरी बारात है. उन्होंने आगे बताया कि दोनों ही मामलों में दूल्हा सेना का जवान था. पूरे रास्ते हम बर्फ से खेलते हुए गए. लोगों ऐसी बारात की चर्चा सालों तक करेंगे. ये बेहद कठिन था, गाड़ी से आगे जाना संभव नहीं था और दुर्घटना की संभावन बन सकती थी. इसलिए लड़के वालों ने पैदल का रास्ता चुना.