कुमार इंदर, जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में स्टेट जीएसटी (GST) द्वारा 6 फर्म पर छापेमारी मामला में टैक्स चोरी की खुलासा हुा था। इनमें से दो फर्मों से टैक्स चोरी के 45 लाख रुपए जमा कराए गए है।

4 अलग-अलग फर्मों पर एक साथ दबिश

दरअसल एल्युमिनियम स्क्रैप के कारोबार की आड़ में करोड़ों के फर्जी बिल बेचने का खेल चल रहा था। कारोबारी आशीष कोटवानी की चार अलग-अलग फर्मों पर विभाग ने एक साथ दबिश दी थी। आशीष कोटवानी ने अपने ही परिवार के नाम फर्म बनाई थी। यूनिक ट्रेडिंग कंपनी, महाकाल मेटल, अक्षरा मेटल, तेजस एंटरप्राइजेज इन्हीं कंपनियां के द्वारा फर्जी बिल बना ITC (इनकम टैक्स क्रैडिट) का लाभ लिया जा रहा था।

संदिग्ध दस्तावेज, डिजिटल साक्ष्य और बिल बुक्स जब्त किए थे

बता दें कि -26 दिसंबर को एल्युमिनियम स्क्रैप के कारोबार से जुड़ी 6 फर्मों पर छापा मारा गया था। जीएसटी (GST) टीम ने इन प्रतिष्ठानों से संदिग्ध दस्तावेज, डिजिटल साक्ष्य और बिल बुक्स जब्त किए थे। चार फर्म की जांच अभी भी जारी है। यूनिक ट्रेड एंड कंपनी, निखिल एंटरप्राइजेज मधुश्री मेटल और महाकाल मेटल पर कार्रवाई जारी है। AI आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए जीएसटी चोरी का मामला पता चला था।

मनीष जैन, एसिस्टेंट कमिश्नर, स्टेट जीएसटी

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