सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। अतिथि व्याख्याताओं ने उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त से 2011-12 से चले आ रहे नियमों में बदलाव कर स्कूल शिक्षा विभाग व अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों की तरह एकमुश्त वेतनमान प्रतिमाह और पूर्ण कालिक अवधि प्रदान करने की मांग की है.

अतिथि व्याख्याता समूह छत्तीसगढ़ ने सौंपे ज्ञापन में बताया कि प्रदेश के 252 शासकीय महाविद्यालयों में 2500 की संख्या में अतिथि व्याख्याता पिछले कई वर्षों से सेवाएं दे रहे हैं. अतिथि व्याख्याता समूह पिछले तीन वर्षों से अतिथि व्याख्याताओं के 2011-12 वाले नियमों में बदलाव और एकमुश्त मासिक वेतनमान, 11माह की पूर्ण कालिक अवधि, स्थानांतरण से सुरक्षित स्थिति प्रदान करने के लिए मंत्रियों, विधायकों, उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन दिया, लेकिन मांगों को अनसुना कर दिया गया.

अतिथि व्याख्याताओं ने सहित दिल्ली, महाराष्ट्र, हरियाणा, बिहार, राजस्थान की तरह प्रदेश में भी 05-06 माह की जगह 11 माह की पूर्ण कालिक अवधि मानने, दैनिक सीलिंग 800 रुपए की जगह एकमुश्त मासिक वेतनमान देने और  स्थानांतरण से सुरक्षित स्थिति प्रदान करते हुए निरंतर सेवा लाभ प्रदान करने की मांग की है.