शब्बीर अहमद,भोपाल/शेखर उप्पल,गुना। मध्यप्रदेश की आज की सबसे बड़ी खबर गुना जिले से सामने आई थी. गुना में काले हिरण के शिकार की सूचना पर पहुंचे पुलिसकर्मियों पर शिकारियों ने फायरिंग कर दी थी. इस गोलीबारी में एक एसआई समेत 3 पुलिसकर्मी मारे गए. अब हत्याकांड के अपराधियों का पुलिस उन्हीं के जवाब में सीधे एनकाउंटर कर रही है. हत्या का बदला सीधे हत्या कर ले रही है. पुलिस ने पहले नौशाद खान, शहजाद खान के बाद तीसरे आरोपी को भी एनकाउंटर में मार गिराया है.
गुना पुलिसकर्मी हत्याकांड मामले में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. अब तक पुलिस ने 3 आरोपियों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. पुलिस ने तीसरे अपराधी को भी आरोन के पहाड़ों की तरफ मार गिराया है. तीसरा आरोपी आरोन के पहाड़ों में छुपकर बैठा हुआ था. आरोपी के नाम का खुलासा नहीं हो पाया है.
इससे पहले पुलिस ने नौशाद और शहजाद का एनकाउंटर किया था. प्रशासन ने बिंदौरी गांव में आरोपियों के घर भी ढहाए है. सूत्रों की माने तो पुलिस ने आरोपियों से जुड़े करीब 13 लोगों को हिरासत में लिया है. हालांकि अभी आधिकारिक रूप से पुलिस ने किसी की गिरफ्तारी शो नहीं की है. सूत्रों से खबर मिली है कि आरोन शिकार मामले में पुलिस की सख्ती के बाद अपराधियों का हौसला टूट चुका है. अपराधियों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. लेकिन पुलिस एनकाउंटर कर रही है. हालांकि इस मामले में पुलिस की तरफ से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.
मप्र कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा है कि तस्वीर देखिये- – साफ़े में हीरेंद्र सिंह बँटी बना – गुना बीजेपी के उपाध्यक्ष – लाल टी-शर्ट में नौशाद – सुबह एनकाउंटर में मारा गया – नौशाद के पास नवाब खड़ा है – इसका बेटा विक्की फ़रार है – नौशाद का भाई शहज़ाद – एनकाउंटर आज शाम को हुआ। पुलिसकर्मियों की हत्या के पीछे भी बीजेपी।
कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा कि आरोपियों को जयवर्धन सिंह और राधौगढ़ किले का संरक्षण है. उन्होंने कहा कि पहले आरोपी नौशाद खान मुठभेड़ में घायल था, जिसके उसके घर से बरामद किया गया है. शहजाद ने 8 राउंड गोली चलाई थी, वो जंगल में भाग रहा था, जिसे पुलिस ने मार गिराया है. इससे पहले भी कच्ची शराब दुकान में छापेमार कार्रवाई की गई थी. जिसमें संरक्षण मिला हुआ था. स्थानीय विधायक जयवर्धन सिंह का संरक्षण था. जिनते भी अपराधी होगी, सभी का बुरा अंजाम होगा.
बता दें कि गुना जिले की आरोन थाना क्षेत्र में सूचना मिली थी कि शहर के कुछ लोग जंगल में काले हिरण का शिकार कर रहे हैं. जब पुलिस टीम वहां पहुंची तो बदमाशों और पुलिस के बीच में मुठभेड़ शुरू हो गई. इस मुठभेड़ में एसआई राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम की गोली लगने से उनकी मौत हो गई. इस पटना में ड्राइवर भी गंभीर रूप से घायल बताया जा रहा है, जिसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया. यह घटना सुबह तकरीबन 3 और 4 बजे के बीच हुई.
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