Gupt Navratri 2025: आषाढ़ मास की शुक्ल अष्टमी तिथि को गुप्त नवरात्रि की अष्टमी मनाई जाती है, जो इस वर्ष 3 जुलाई 2025, गुरुवार को पड़ रही है. यह दिन तांत्रिक साधना, शक्ति उपासना और विशेष मनोकामना पूर्ति के लिए अत्यंत शुभ माना गया है.

मान्यता है कि इस दिन मां दुर्गा के गुप्त रूपों की आराधना करने से जीवन की हर बाधा का नाश होता है. अगर आप भी अपने जीवन से रोग, कर्ज, शत्रु बाधा, विवाह में अड़चन या धन की कमी को हटाना चाहते हैं, तो इस अष्टमी पर ये 9 खास उपाय अवश्य करें.

Also Read This: बांग्लादेश में हिन्दू महिला की इज्जत की कीमत मात्र 35 हजार टका : उधारी नहीं चुकाने पर निर्वस्त्र कर जिहादी ने किया LIVE RAPE !

दुर्गाष्टमी पर करें ये 9 प्रभावशाली उपाय

माता को चढ़ाएं लाल चूनरी और श्रृंगार: मां दुर्गा को लाल चूनरी, सिंदूर, चूड़ियां और फूल अर्पित करें. इससे जीवन में सौभाग्य और प्रेम बना रहता है.

दुर्गा सप्तशती या कवच का पाठ: गुप्त नवरात्रि की अष्टमी पर दुर्गा सप्तशती का पाठ विशेष फलदायी होता है. समय हो तो चंडी पाठ भी कर सकते हैं.

नींबू से करें शत्रु बाधा निवारण: एक नींबू को चार भागों में काटें और चार दिशाओं में फेंक दें. फिर मां दुर्गा के सामने बैठकर 108 बार “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे” मंत्र जप करें.

काल भैरव के लिए सरसों तेल का दीपक: शाम को काल भैरव के चित्र या मंदिर में सरसों तेल का दीपक जलाएं, साथ में 7 काली मिर्च चढ़ाएं – यह गुप्त बाधा को शांत करता है.

Also Read This: मंगलवार को हनुमानजी को अर्पित करें ये 5 चीजें, जीवन से दूर होंगे कष्ट, भय और बाधाएं

कमलगट्टे की माला से जप करें: कमलगट्टे की माला से “ॐ दुं दुर्गायै नमः” मंत्र का 108 बार जप करें – धन वृद्धि और आत्मबल बढ़ता है.

11 कन्याओं को करें भोजन: गुप्त दुर्गाष्टमी पर 11 कन्याओं को भोजन कराएं, उन्हें चुनरी, श्रृंगार और दक्षिणा दें – इससे माता अति प्रसन्न होती हैं.

नारियल से करें नजर दोष निवारण: एक साबुत नारियल को अपने ऊपर से 7 बार उतारकर नदी या बहते पानी में प्रवाहित करें.

काली हल्दी का गुप्त उपाय: काली हल्दी को लाल कपड़े में लपेटकर मां दुर्गा को अर्पित करें, फिर उसे तिजोरी या दुकान में रखें – इससे धन का आगमन होता है.

दुर्गा यंत्र की स्थापना करें: इस दिन शुभ मुहूर्त में दुर्गा यंत्र स्थापित करें और प्रतिदिन दीपक के साथ मंत्र जप करें.

Also Read This: शुक्र का वृषभ में गोचर: इन 4 राशियों की बदलने वाली है किस्मत, प्रेम और वैभव का समय शुरू