Guru Pradosh Vrat 2024 : आज गुरु प्रदोष व्रत है. आज आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि, ज्येष्ठा नक्षत्र, गुरुवार का दिन हैं, आज रात 08:44 के बाद से त्रयोदशी तिथि शुरू होगी. गुरु प्रदोष व्रत के दिन रवि योग बन रहा है,  प्रदोष व्रत रखकर शिव जी की पूजा करने से व्यक्ति के सभी प्रकार के दोष, दुख, पाप आदि मिट जाते हैं और शिव कृपा से उसकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गुरु प्रदोष व्रत करने से दांपत्य जीवन सुखमय होता है. हर माह की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है.

भगवान विष्णु को पीले चढ़ाएं फूल (Guru Pradosh Vrat 2024)

इस बार त्रयोदशी तिथि को प्रदोष के साथ गुरुवार व्रत भी है. इसमें जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा करते हैं. भगवान विष्णु अभी योग निद्रा में हैं, लेकिन पूजा पाठ पर कोई रोक नहीं होती है. भगवान विष्णु को पीले फूल, पीले अक्षत्, हल्दी, गुड़, पीले कपड़े, तुलसी के पत्ते, पंचामृत आदि चढ़ाना चाहिए. श्रीहरि को गुड़, चने की दाल और बेसन के लड्डू का भोग लगाना चाहिए. पूजा के समय गुरुवार व्रत कथा और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें. उसके बाद भगवान विष्णु की आरती करें. गुरुवार व्रत और विष्णु पूजा करने से कुंडली का गुरु दोष दूर होता है. गुरु ग्रह को मजबूत करने के लिए हल्दी, पीले कपड़े, गुड़, पीले फूल, पुस्तक आदि का दान कर सकते हैं.

गुरु प्रदोष व्रत पूजन मुहूर्त

गुरु प्रदोष व्रत के दिन पूजन का शुभ मुहूर्त 18 जुलाई 2024, गुरुवार को रात 08 बजकर 44 मिनट से रात 09 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। पूजन की कुल अवधि 38 मिनट की है..

प्रदोष काल

प्रदोष व्रत में प्रदोष काल के समय भगवान शिव का पूजन करना बहुत लाभकारी माना गया है. कहते हैं कि इस समय पूजा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. प्रदोष काल संध्या के समय सूर्यास्त से लगभग 45 मिनट पहले शुरू हो जाता है.