रायपुर. राजधानी में 108 और 102 एम्बुलेंस के हड़ताली कर्मचारियों पर जीवीके कंपनी ने फिर सख्त रूख अपनाया है. कंपनी ने हड़ताल पर गए 17 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है. अन्य कर्मचारियों पर भी गाज गिर सकती है. अब तक 43 स्वास्थ्य कर्मियों को बर्खास्त किया जा चुका है.

जीवीके कंपनी का कहना है कि इस हड़ताल से आम जनता के स्वास्थ्य और जेब दोनों पर असर पड़ रहा है. प्रदेशभर में एंबुलेंस सेवा ठप होने की वजह से कई मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कहीं निजी साधनों, तो कहीं भाड़े की गाडिय़ों में मरीज अस्पताल आ रहे है.

कुछ ऐसा ही आलम राजधानी की सड़कों सहित अस्पतालों में देखने को मिल रहा है. दिन-रात सड़कों में गुजरने वाले एंबुलेंसों के पहिए थमे गए है. बता दें कि एम्बुलेंस कर्मचारी समय पर वेतन देने, ठेका प्रथा बंद करने और न्यूनतम मजदूरी देने की मांग कर रहे है. इनके हड़ताल पर जाने से एम्बुलेंस सेवा पूरी तरह से ठप हो रही है.