कमल वर्मा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर से दिनदहाड़े किडनैप हुआ मासूम शिवाय 15 घंटे बाद सकुशल घर पहुंच गया है। पुलिस ने बच्चे को मुरैना जिले के काजी वसई गांव से बरामद किया है। बताया गया है पुलिस के दबाव के चलते बदमाश मासूम शिवाय गुप्ता को छोड़कर भाग निकले हैं।

जैसे ही मासूम शिवाय के मिलने की खबर उसके परिजन को मिली घर और समूचे इलाके में खुशी की लहर दौड़ गई। जय जय श्री राम और पुलिस प्रशासन जिंदाबाद के नारों से इलाका गूंज उठा, स्थानीय लोगों ने आतिशबाजी जलाकर अपनी खुशी का इजहार किया।

CM डॉ. मोहन ने कह दिया था- अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा 

बता दें कि सीएम डॉ. मोहन यादव ने स्पष्ट कर दिया था कि बच्चे को खरोंच भी आई तो अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि “मुझे यह बताते हुए संतुष्टि है कि अपहरण हुआ ग्वालियर निवासी सात वर्षीय बालक शिवाय गुप्ता, मुरैना में सकुशल मिल गया है। अपहरण की घटना की जानकारी मिलते ही मैंने डीजी पुलिस और एडीजी इंटेलिजेंस को तत्काल आवास बुलाकर पुलिस की कार्रवाई पर विस्तृत जानकारी ली। साथ ही यह स्पष्ट कर दिया था कि बच्चे को खरोंच भी आई तो अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।”

MP में अपराधी के लिए कोई जगह नहीं

सीएम ने आगे कहा, “पुलिस द्वारा तत्परता से त्वरित कार्रवाई और सघन अभियान चलाकर अपराधियों से बालक को छोड़ने पर मजबूर करने के लिए पुलिस की टीम बधाई की पात्र है। ऐसी घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं। मध्य प्रदेश में किसी भी अपराधी के लिए कोई जगह नहीं है।”

मां की आंखों में मिर्च डालकर बच्चे को किया था किडनैप

दरअसल, मुरार थाना क्षेत्र सीपी कॉलोनी में रहने वाले व्यवसाई राहुल गुप्ता के 6 साल के बेटे शिवाय गुप्ता का गुरुवार सुबह बाइक सवार दो अज्ञात बदमाशों ने अपहरण कर लिया था। सुबह करीब 8 बजे के समय राहुल की पत्नी आरती अपने बेटे शिवाय को स्कूल बस के लिए छोड़ने घर से निकली थी। तभी थोड़ी दूरी पर बाइक सवार बदमाशों ने आरती की आंखों पर मिर्ची पाउडर डाला और उसके बाद शिवाय को छीनकर ले गए थे। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने शहर की नाकाबंदी कर दी थी साथ ही पड़ोसी जिले मुरैना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सामंजस्य स्थापित करके बाईक सवार बदमाशों की तलाश की जा रही थी। 

सीएम तक पहुंचा सनसनीखेज मामला

मामला सनसनीखेज था और बात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तक पहुंच गई थी। इसके बाद इस मामले की खुद मुख्यमंत्री मॉनिटरिंग कर रहे थे। इस दौरान पूरे शहर में शिवाय को किडनैप किए जाने की चर्चा जोरों पर थी। पुलिस किसी भी सूरत में बदमाशों की तलाश करके धर पकड़ की कोशिश में जुटी हुई थी। बड़ी संख्या में मोहल्ले वाले और मीडियाकर्मी शिवाय के घर के बाहर डेरा डाले हुए थे। 

लावारिस हालत में काजी वसई गांव में  मिला था शिवाय

15 घंटे बाद रात तकरीबन 10 बजे मुरार के ही रहने वाले उमर इसरार को सूचना मिली कि मुरैना जिले के काशीपुरा इलाके के समीप स्थित काजी वसई गांव में शिवाय लावारिस हालत में उनकी साली को मिला है। इसके तुरंत बाद उमर ने शिवाय के घर पहुंचकर घटना की सूचना दी। इस दौरान एसएसपी धर्मवीर सिंह शिवाय के घर पर मौजूद थे। उन्होंने तत्काल मुरैना एसपी से बात की। इसके बाद ग्वालियर से एक पुलिस पार्टी मुरैना के लिए रवाना कर दी गई। 

शिवाय के घर पहुंचते ही फूटे पटाखे

पुलिस पार्टी के साथ शिवाय के पिता राहुल गुप्ता भी मौजूद थे। तकरीबन एक घंटे बाद शिवाय को उसके पिता और पुलिस अधिकारी सड़क मार्ग से ग्वालियर लाए। इस दौरान मासूम डरा सहमा नजर आ रहा था। मासूम शिवाय जैसे घर पहुंचा, उसे सकुशल देखकर ना सिर्फ परिजन ने बल्कि मोहल्ले वालों ने राहत की सांस ली। इसके बाद माहौल उत्सवी हो गया। शिवाय के घर के बाहर खड़े लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। लोगों ने अपनी खुशी जताने के लिए ना सिर्फ आतिशबाजी की। बल्कि ढोल ताशे की धुन पर डांस भी किया और जय जय श्री राम व मीडिया की जमकर जय जयकार की। 

बदमाशों की तलाश में जुटी पुलिस 

शिवाय की सकुशल घर आने पर पिता राहुल गुप्ता और मां आरती ने खुशी जताई है। साथ ही पुलिस प्रशासन का आभार जताया है। वहीं ग्वालियर आईजी अरविंद सक्सेना का कहना है कि इस मामले में प्राथमिकता मासूम शिवाय को रिकवर करना था और अब जल्दी ही बदमाशों को तलाशने के बाद उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।

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