कर्ण मिश्र, ग्वालियर. ग्वालियर पुलिस ने आखिरकार 57 दिन बाद उस अंधेकत्ल की गुत्थी को सुलझा ही लिया, जिस वारदात से पूरा शहर सहम उठा था. शहर के नाले में अलग-अलग जगह मिले मानव अंगों की DNA रिपोर्ट के जरिए पुलिस ने शव की पहचान के साथ ही उस वारदात को अंजाम देने वाले सनकी बाप-बेटे को भी पकड़ने में सफलता हासिल की है.
दरअस, सितंबर 2023 का आखिरी सप्ताह और ग्वालियर शहर का स्वर्ण रेखा नाला और इस नाले में अलग-अलग जगह मिले मानव अंगों के बाद पूरा ग्वालियर शहर सहम उठा था. तस्वीर किसी बड़ी वारदात की ओर इशारा कर रही थी. लेकिन इस वारदात की गुत्थी को कैसे सुलझाया जाए यह पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी. लेकिन 57 दिन तक चली जांच के बाद आई डीएनए रिपोर्ट ने इस बड़ी वारदात से पर्दा उठा दिया है.
नाले में मिले मानव अंग बहोड़ापुर निवासी राजू खान के थे. जिसकी हत्या बेरहमी से उसके ही दोस्त नाजिम औऱ उसके पिता कल्लू खान ने की थी. पैसों के लेनदेन में हुए विवाद को लेकर इस हत्या को बेरहमी से अंजाम दिया गया था. दोनों सनकी बाप-बेटे ने राजू की लाश के धारदार हथियार से 8 टुकड़े अपने घर में ही किये औऱ फिर उन मानव अंगों के टुकड़ों को अंधेरे में स्वर्ण रेखा नाले में अलग अलग जगह फेंक दिया था. ताकि राजू के शव का किसी को पता न चले औऱ पुलिस से भी बचा जा सके.
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लेकिन कहा जाता है कि गुनहगार कितना भी शातिर हो सबूत छोड़ ही देता है. इस मामले में भी ऐसा ही हुआ. जहां एक ओर राजू के पिता ने बहोड़ापुर थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. वहीं दूसरी ओर कल्लू खान अपनी पत्नी औऱ बेटे नाजिम के साथ फरार हो गया. आखिरी बार राजू को नाजिम के साथ देखा गया था. 57 दिनों तक चली जांच के बाद जब DNA रिपोर्ट आई औऱ शव की पहचान हुई तो शक के आधार पर पुलिस ने कल्लू खान औऱ उसके बेटे नाज़िम को पकड़ लिया. जब कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने अपना वारदात करना कबूल कर ही लिया.
पूछताछ में दोनों आरोपी बाप बेटे ने पुलिस को बताया कि राजू खान से पैसों के लेनदेन को लेकर झगड़ा हुआ था. मामला पुलिस तक पहुंचा था. उस मामले में राजू से राजीनामा करना था, इसलिए 21 सितंबर को उसे राजीनामा करने के बहाने सत्यनारायण की टेकरी स्तिथ घर बुलाया था. लेकिन राजू राजीनामा के बदले 20 हजार रुपय मांग रहा था. इसी दौरान कमरे में पलंग के नीचे रखे लोहे के डंबल को उठाकर राजू के सिर में नाजिम ने मार दिया. एक के बाद एक कई वार सिर पर किये. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी. दोनों ने बके से उसकी लाश के 8 टुकड़े किए, फिर पॉलीथिन में भरकर स्वर्ण रेखा नाले में अलग अलग जगह फेंक दिया था, जिससे उसकी हत्या का पता नहीं चल सके.
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पुलिस ने क्राइम सीन रिक्रिएशन के लिए आरोपियों को वारदात वाली जगह ले जाया गया, जहां राजू की हत्या के बाद उसके शव के टुकड़े किये गए. साथ ही नाले में जहां राजू के शव फेंके गए वहां भी ले जाया गया. गौरतलब है कि बहोड़ापुर झाड़ू वाला मोहल्ला के रहने वाले राजू खान के शव के 8 टुकड़े 28 सितंबर को जनकगंज थाना क्षेत्र के रामकुई गेंडेवाली सड़क स्थित स्वर्ण रेखा नाले में मिले थे. इसकी जानकारी लगते ही कल्लू खान अपनी पत्नी और बेटे नाजिम के साथ फरार हो गया था औऱ इस दौरान वे अजमेर फिर आगरा में किराए के मकान में रहकर हत्याकांड में पुलिस कार्रवाई पर नजर रखते रहे थे. बहरहाल जनकगंज थाना पुलिस ने इस अंधे कत्ल की गुत्थी का पर्दाफाश करते हुए दोनों शातिर सनकी आरोपी बाप कल्लू खान औऱ बेटे नाजिम को गिरफ्तार कर लिया. अब दोनों सलाखों के पीछे पहुंच गए है.
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