कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। नगर निगम PHE बिल घोटाला मामले में जांच जारी है। इस बीच क्राइम ब्रांच पुलिस के हाथ अहम सुराग लगे हैं। टीम मामले से जुड़े संदिग्ध कमर्चारियों से पूछताछ कर रही है। आशंका है कि इस बड़े घोटाले में 70 से ज्यादा लोगों पर FIR हो सकती है। इस मामले में अब तक 2 EE सहित छह लोग गिरफ्तार हो चुके हैं।

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ग्वालियर में नगर निगम पीएचई विभाग में साल 2018-19 से 2023-24 के बीच 18 करोड़ 92 लाख के फर्जी तरीके से भुगतान का मामला 27 जुलाई 2023 को पकड़ में आया था। इसके बाद पीएचई व वित्त विभाग की टीम जांच कर रही है। जांच में 81 बैंक एकाउंट से 65 खातेदार और 9 अधिकारी-कर्मचारियों को भुगतान की पुष्टि के बाद 74 लोगों पर कार्रवाई के लिए पुलिस को सूची सौंपी जा चुकी है। बाद में अब जांच 2011-12 में हुए भुगतान की भी शुरू हो गयी है। आशंका है कि घोटाला 84 करोड़ 92 लाख तक पहुंच सकता है।

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क्राइम ब्रांच DSP नागेंद्र सिंह सिकरवार ने कहा कि भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज होने पर पुलिस को 2018-19 से 2023-24 के बीच के बिल की कॉपी, स्वीकृति आदेश और फर्म की डिटेल की जरूरत है। इसके लिए क्राइम ब्रांच की टीम रोज पीएचई के दफ्तर पहुंच रही है। यहां  क्राइम ब्रांच पुलिस की जांच में अलग-अलग तरह के आइटम सप्लाई करने वाली 25 फर्म और 45 खातेदार, जिनमें कुछ कर्मचारी के नाम सामने आये हैं। 

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अब घोटाले में इनकी क्या भूमिका है, इसकी जांच के बाद पुलिस इनके खिलाफ भी में रिपोर्ट दर्ज कर सकती है। वही संयुक्त संचालक वित्त ने अंतिम रिपोर्ट तैयार कर ली है। इस मामले में अंतिम रिपोर्ट अगले एक सप्ताह में वरिष्ठ अफसरों को सौंप दी जाएगी। जिसमें कई और बड़े नामों के साथ 70 से ज्यादा लोगों के नाम सामने आएं है, जिन पर एफआईआर जल्द हो सकती है।

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