कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। हथियार प्रेम और शौक के लिए ग्वालियर चंबल संभाग शुरू से ही अपनी अलग पहचान रखता है। एक बार फिर क्षेत्र के लोगों ने अपने इस प्रेम पर मुहर लगा दी है। कई सालों से बिजली बिल राशि न चुकाने वाले हथियार धारकों ने अपने लाइसेंस बचाने के लिए कुछ ही घंटों में लाखों रुपए का बकाया बिजली कंपनी को चुका दिया है। वहीं बिजली कंपनी ने भी साफ कर दिया है कि यह कुछ लोगों के नाम है, अभी बड़ी सूची आना बाकी है।

ग्वालियर में बिजली कंपनी के बकायादारों को बंदूक के लाइसेंस सस्पेंड करने का नोटिस दिया गया। जैसे ही नोटिस मिला, वैसे ही बकायादारों ने अपने-अपने बिल जमा कर दिया।

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  • मनोहरलाल गुप्ता पर कई वर्षों का बिजली बिल बकाया चला आ रहा था। कई नोटिस के बाद राशि जमा नहीं की। बिजली कंपनी की ओर से अगस्त में उन्हें हथियार लाइसेंस निरस्ती का नोटिस भेजा। इसके बाद 1 लाख 33 हजार 850 रुपए एकमुश्त जमा कर दिए।
  • नंदलाल शर्मा पर बिजली कंपनी का 98 हजार रुपए कई वर्षों से बकाया था। जिसे वे नहीं चुका रहे थे। कंपनी ने अगस्त में उन्हें लाइसेंस निरस्त किए जाने का नोटिस दिया तो पूरी बिल राशि चुका दी।
  • मेघ सिंह के बिजली कनेक्शन पर 2 लाख 63 हजार 417 रुपए बकाया। पिछले कई वर्ष से है। कंपनी ने इसे वसूलने के लिए कई बार नोटिए दिए। साथ ही संपत्ति कुर्की करने का भी कहा। इसके बाद भी वसूली नहीं हो सकी। वहीं हथियार लाइसेंस निरस्त करने का नोटिस पहुंचने के बाद मियाद बीतने से पहले मेघ सिंह ने 2 लाख रुपए जमा कर दिए। शेष राशि के लिए समय मांग लिया।
  • अरविंद शर्मा को 1 लाख 45 हजार 507 रुपए की वसूली के लिए लाइसेंस निरस्ती का अंतिम नोटिस दिया गया। जिस पर 1 लाख 40 हजार रुपए जमा कर दिए।
  • गोपी यादव को कंपनी ने 1 लाख 85 हजार 603 रुपए की वसूली का नोटिस दिया। अंतिम नोटिस में लाइसेंस निरस्ती की चेतावनी दी गई। जिसके बाद गोपी ने 1 लाख 85 हजार रुपए की बिल राशि तय अवधि से पहले जमा करा दी है।

1300 लाइसेंस की छटनी

बिजली कंपनी के महाप्रबंधक नितिन मांगलिक की माने तो ग्वालियर जिले में 32 हजार से ज्यादा बंदूक के लाइसेंस है। जिसमें शुरुआती दौर में 1300 लाइसेंस की छटनी की गई है। जिसमें से 48 बड़े नामों के प्रस्ताव कलेक्टर ऑफिर पहुंचाएं गए है। लेकिन ये आंकड़ा बड़ा हो सकता है, क्योंकि घर में किसी और के नाम से भी कनेक्शन हो सकता है। इसलिए फिल्टर करने की कार्रवाई चल रही है।

लाइसेंस निरस्त होने का खौफ

बंदूक के लाइसेंस निरस्त होने का खौफ बकायादारों पर ऐसा बैठा कि नोटिस जारी होने के बाद 270 बकायादारों ने बिल राशि जमा कर दी। इन लोगों पर पिछले कई सालों से बिल राशि बकाया चली आ रही थी और कनेक्शन कटने, कुर्की नोटिस के बाद भी ये लोग बिल की राशि नहीं चुका रहे थे। जिनमें सबसे ज्यादा 170 बकायादारों ने नॉर्थ डिवीजन में राशि जमा कराई गयी है। इनमें अधिकांश लोग हथियार लाइसेंस वाले थे।

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शस्त्रधारी बिजली उपभोक्ताओं को चिन्हित करने के निर्देश

बिजली कंपनी का ग्वालियर-चंबल रीजन के आठ जिलों में 2266 करोड़ रुपये का राजस्व बकाया है। इनमें से कंपनी वित्तीय वर्ष समाप्त होने तक करीब 442 करोड़ राजस्व ही वसूल पाई। ऐसे में बिजली कंपनी ने प्रदेश के 16 जिलों के कलेक्‍टरों के माध्‍यम से बिजली का बिल जमा कराने के लिए शस्‍त्रधारी बिजली उपभोक्‍ताओं को चिन्‍हित कर कार्रवाई करने के निर्देश भी जारी किये गए हैं।

ये है वजह

इसी कड़ी में ग्वालियर में बिजली कंपनी ऐसे उभोक्ताओं को चिंहित कर रही है, जिन पर बिजली का एक लाख से ज्यादा का बकाया है। साथ ही उन पर बंदूक का लाइसेंस है। बिजली कंपनी के अधिकारियों का यह भी कहना है कि कई बार उनके स्टाफ से बंदूकधारी उपभोक्ता ने बिजली के बकाया बिल की वसूली के दौरान झगड़ा किया है और बंदूक दिखाकर उन्हें डराने का भी प्रयास किया है। इसलिए लाइसेंस धारी उपभोक्ताओं के विरुद्ध इस तरह का कदम उठाना उनकी मजबूरी है।

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