जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर में एक महिला की चोटी कट गई. नगमा खलखो नाम की नर्सिंग की पढ़ाई करने वाली महिला की चोटी बाकी महिलाओं की तरह सोते हुए कटी. अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ दिनेश मिश्रा ने उसके मनोविज्ञान के आधार पर बताया कि चोटी कैसे कटी होगी.
जानकारी के मुताबिक नगमा छुट्टी में अपने गाँव बगीचा के बूढ़ा डाँड़ आयी थी. सुबह करीब 4 बजे जब युवती के परिजनो की नींद खुली और घरवालों ने कटी हुई चोटी जमीन पर देखा इसके बाद जब लड़की को जगाया गया तो वहीं कहानी सामने आई जो इस तरह के मामले में सामने आ रही है. लड़की बेहोश हो गई. घरवालों ने तुंरत उसका झाड़फूंक कराया और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आए.
महिलाओं की चोटी कटने की घटनाओं के अंधविश्वास के खिलाफ अभियान चलाने वाले डॉक्टर दिनेश मिश्रा ने बताया कि ये काम न किसी भूत-प्रेत का है न ही कीड़े का. ये विशुद्ध रुप से मानवीय घटना है. उनका कहना है कि कभी-कभी मानसिक रूप से असंतुलित लोग भी ऐसी घटनाओं को अंजाम देते हैं. कई मामलों में ये किसी की शरारत भी होती है. उन्होंने परिजनों को सलाह दी है कि घर के बाकी सदस्यों से पूछताछ की जाए और युवती को किसी मनोचिकित्सक के पास दिखाया जाए.