शब्बीर अहमद, भोपाल। कमला नेहरू अस्पताल में आग लगने के मामले में अब सियासत शुरू हो गई है। गुरुवार को दोषियों के खिलाफ एफआईआर कराने की मांग करने जा रहे विधायक आरिफ मसूद को कोहेफिजा पुलिस ने थाने के बाहर ही रोक दिया। बड़ी संख्या में साथ पहुंचे कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी करने के बाद सीएसपी नागेंद्र पटेरिया ने मसूद को सीमित लोगों के साथ थाने में प्रवेश दिया।

कार्यकर्ताओं की मौजूदगी की वजह से क्षेत्र में काफी देर तक यातायात व्यवस्था प्रभावित रही। जिस दौरान थाने के अंदर मसूद के  शिकायती आवेदन पर कार्रवाई की जा रही थी, उस समय बाहर बड़ी संख्या में मौजूद कार्यकर्ता अस्पताल प्रबंधन, मंत्री विश्वास सारंग और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। इस दौरान सारंग को बर्खास्त करने के नारे भी लगते रहे। कार्यकर्ताओं ने पीड़ित परिवारों को राहत और न्याय देने की मांग भी उठाई।

पीएम के सामने करेंगे प्रदर्शन : मसूद

विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि आंकड़े छिपाने और दोषियों को बचाने में लगी सरकार पीड़ितों को इंसाफ नहीं दे रही है। अगर पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की तो 15 को प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान प्रदर्शन किया जाएगा। मसूद ने कहा कि मामले को लेकर हम सियासत नहीं चाहते लेकिन सरकार को नैतिकता के आधार पर मामले में उचित कार्यवाही करना चाहिए।