नई दिल्ली। सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम की मंहबोली बेटी हनीप्रीत थोड़ी ही देर में खुद को पुलिस के सामने सरेंडर कर सकती है. बता दें कि गुरमीत राम रहीम को साध्वियों से बलात्कार के मामले में 10-10 साल की सजा होने के बाद से उनकी तथाकथित बेटी हनीप्रीत फरार चल रही थी.

गौरतलब है कि एक तरफ पुलिस देशभर में हनीप्रीत की खाक छान रही थी, वहीं दूसरी तरफ मंगलवार को वो कुछ न्यूज चैनल्स पर नजर आई.

बता दें कि 7 राज्यों की पुलिस हनीप्रीत को तलाश रही थी. नेपाल पुलिस भी अलर्ट पर थी. जगह-जगह छापे भी मारे गए. दिल्ली हाईकोर्ट में हनीप्रीत के वकील ने अग्रिम जमानत की अर्जी भी लगाई. हालांकि दिल्ली हाईकोर्ट ने याचिका खारिज करते हुए हनीप्रीत को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट जाने की सलाह दी थी. उसके वकील ने उसके दिल्ली में होने का दावा किया था. ये बात सच साबित हुई. हालांकि अब तक न तो हनीप्रीत ने सरेंडर किया है और न तो उसकी गिरफ्तारी हो सकी है. हनीप्रीत पिछले 36 दिनों से फरार हैं.

इंटरव्यू में हनीप्रीत ने खुद को बताया बेकसूर

निजी न्यूज चैनल पर दिए एक इंटरव्यू में हनीप्रीत ने खुद को और बाबा राम रहीम को बेकसूर बताया है. सरेंडर करने के सवाल पर हनीप्रीत ने कहा कि वो अभी कानूनी सलाह लेंगी. उन्होंने कहा कि वे अब अग्रिम जमानत के लिए पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट जाएंगी. बता दें कि हनीप्रीत पर राजद्रोह और पंचकूला में हिंसा भड़काने का केस दर्ज है. साथ ही उस पर आरोप है कि उसने राम रहीम को पुलिस कस्टडी से छुड़ाने की भी साजिश रची थी.

फरार होने की बात पर हालांकि उसने संतोषजनक जवाब नहीं दिया. उसने कहा कि वो जैसे-तैसे हरियाणा से दिल्ली आई. उसने कहा कि वो देश से बाहर कभी नहीं गईं और नेपाल भागने की खबर भी झूठी है. हिंसा भड़काने की साजिश पर उसने उल्टा संवाददाता से ही कहा कि आप कोई क्लिप दिखा दीजिए, जिसमें मैं ऐसा कोई भी निर्देश दे रही हूं.

बाबा राम रहीम के साथ रिश्तों का सच

हनीप्रीत ने गुरमीत राम रहीम के साथ अपने रिश्तों को लेकर सफाई देते हुए कहा कि उन दोनों के बीच बाप-बेटी का पवित्र रिश्ता है. वहीं पूर्व पति विश्वास गुप्ता के बारे में हनीप्रीत ने कहा कि वो न विश्वास के बारे में कुछ बात करना चाहती है और न उसके द्वारा लगाए गए आरोपों के बारे में.

वहीं हनीप्रीत ने कहा कि टीवी चैनलों पर उसकी जो इमेज दिखाई गई, वो गलत है. उसने खुद को और राम रहीम को बार-बार निर्दोष बताया. उसने कहा कि अगर एक बेटी अपने पापा के साथ कोर्ट जाती है, तो इसमें कुछ गलत नहीं है और वो कोर्ट की परमिशन के साथ गई थी. उसने कहा कि देशद्रोह के आरोप से वो काफी तनाव में है.

उसने कहा कि उसे समझ में नहीं आ रहा था कि वो क्या करे, उसे कानूनी प्रक्रिया का भी पता नहीं था. इसलिए वो पुलिस को खुद को सरेंडर नहीं कर पाई.

डेरे में नरकंकाल की बात से इनकार

डेरे में नरकंकाल की बात पर हनीप्रीत ने निजी चैनल के रिपोर्टर से कहा कि क्या नरकंकाल मिले पुलिस को, क्या आरोप लगाने वाली लड़कियां मिलीं. उसने कहा कि सिर्फ चिट्ठी की बुनियाद पर किसी को कैसे बेगुनाह ठहराया जा सकता है. उसने कहा कि पापा बेकसूर हैं और कभी न कभी ये सच सामने आ जाएगा.

कानून पर पूरा भरोसाः हनीप्रीत

हनीप्रीत ने कहा कि उसे और पापा राम रहीम को भारत की कानून-व्यवस्था पर पूरा भरोसा है.