Coconut Hanuman Temple: गुजरात के बनासकांठा जिले की थराद तहसील स्थित गेला गांव में एक अद्भुत हनुमान मंदिर है, जहां भक्तों की आस्था ने एक अनोखी परंपरा को जन्म दिया है. यहां पिछले 700 वर्षों से नारियल चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है. लेकिन खास बात यह है कि इस मंदिर में चढ़ाया गया नारियल न तो फोड़ा जाता है और न ही वापस ले जाया जाता है.

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इतने वर्षों में एक भी नारियल खराब नहीं हुआ (Coconut Hanuman Temple)

श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूर्ण होने की कामना के साथ हनुमान जी को नारियल अर्पित करते हैं और वहीं छोड़ देते हैं. इस गहरी आस्था का परिणाम यह है कि मंदिर परिसर में लाखों नारियल इकट्ठा होकर एक ‘नारियल का पहाड़’ बन चुके हैं. आश्चर्य की बात यह है कि इतने वर्षों से पड़े ये नारियल न तो सड़ते हैं और न ही इनसे किसी प्रकार की दुर्गंध आती है. भक्त इसे हनुमान जी की कृपा और चमत्कार मानते हैं.

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नारियल कोई वापस नहीं ले जाता (Coconut Hanuman Temple)

स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि कोई व्यक्ति गलती से भी चढ़ाया हुआ नारियल वापस ले जाता है, तो उसकी मन्नत अधूरी रह जाती है. यही कारण है कि यहां से कोई भी नारियल वापस नहीं ले जाया जाता.

यह मंदिर बनासकांठा के लाखणी गांव से लगभग 3 किलोमीटर दूर गेला गांव में स्थित है. यहां सड़क मार्ग से, निकटतम रेलवे स्टेशन थराद या पालनपुर के माध्यम से, और हवाई मार्ग से अहमदाबाद होकर आसानी से पहुंचा जा सकता है.

यह स्थल आस्था, परंपरा और संस्कृति का अद्भुत संगम है, जहां हर साल हजारों श्रद्धालु दर्शन करने और मन्नत मांगने आते हैं.

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