मुंबई. फिल्म इंडस्ट्री में कुछ ऐसे एक्टर हैं जो हर रोल में फिट हो जाते हैं, उनमें से एक अनुपम खेर हैं. उनका जन्म 7 मार्च 1955 को हिमाचल प्रदेश में हुआ था. अनुपम खेर करीब 500 फिल्मों में काम कर चुके हैं. उनकी दूसरी फिल्म सारांश के पीछे की कहानी दिलचस्प है. इस फिल्म में 28 साल के अनुपम खेर ने 70 साल के एक बूढ़े का किरदार निभाया था.

महेश भट्ट ने अपनी फिल्म सारांश के लिए अनुपम खेर को साइन कर लि‍या था. वे 70 साल के बीवी प्रधान की भूमिका निभा रहे थे. इस रोल के लिए अनुपम छह महीने तक तैयारी करते रहे, लेकिन ऐन मौके पर महेश भट्ट ने उनसे कहा कि वे ये भूमिका नहीं निभाएंगे. राजश्री प्रोडक्शन चाहता है कि एक नए कलाकार की बजाय ये भूमिका अनुभवी एक्टर को दी जाए. राजश्री प्रोडक्शन इस फिल्म के लिए संजीव कुमार को साइन कर रहा है.

महेश भट्ट की ये बात सुनकर अनुपम खेर पूरी तरह टूट गए. उनकी नजर में महेश भट्ट पूरी तरह गिर गए थे. जब अनुपम अपना सामान समेटकर मुंबई से वापस जा रहे थे, तब रास्ते में महेश भट्ट का घर पड़ा तो उन्होंने सोचा महेश भट्ट को वे सुनाकर जरूर जाएंगे. जब अनुपम ने उन्हें खूब खरी खोटी सुनाई तो महेश भट्ट ने कहा कि अब वे ही उनकी फिल्म में ये भूमिका निभाएंगे. महेश भट्ट ने राजश्री प्रोडक्शन को फोन कर कहा कि यदि इस फिल्म में अनुपम खेर नहीं होंगे तो वे ये फिल्म निर्देशि‍त नहीं करेंगे. इस तरह ये भूमिका अनुपम खेर को मिली जो काफी सराही गई.

उसी समय से अनुपम और महेश भट्ट की दोस्ती बेहद मजबूत हो गई. अनुपम खेर ने 2015 में एक तस्वीर शेयर की थी, जिसमें वे गुरु दक्ष‍िणा के रूप में महेश भट्ट को कुछ रुपए दे रहे हैं. उन्होंने लिखा था, love + love + lots of money! ‘सारांश’ के लिए उन्हें 1984 में बेस्ट एक्टर का और बेस्ट कॉमेडी के लिए 5 फिल्मफेयर अवॉर्ड्स मिल चुके हैं. अनुपम खेर के नाम 8 बार बैक टू बैक फिल्मफेयर अवॉर्ड जीतने का भी रिकॉर्ड है.

नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से पढ़ाई कर चुके अनुपम खेर वहां के चेयरमैन भी रह चुके हैं. एक्टर बनने से पहले अनुपम खेर ने काफी दिनों तक स्ट्रगल किया था. कई बार तो उनके पास खाने के पैसे भी नहीं हुआ करते थे. एक्टिंग के साथ साथ अनुपम मिमिक्री भी करते हैं. खास तौर पर वो विदेशियों की मिमिक्री बखूबी करते हैं.