दीपावली हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है. इन दिनों दीये जलाए जाने के चलते इसे दीपोत्सव का त्योहार भी कहा जाता है. लेकिन, क्या आपने कभी ध्यान दिया कि इन दिनों दीपकों की संख्या में लगातार बदलाव होता रहता है. जहां अधिकांश लोग दीपकों की संख्या के बदलाव के बारे में तो जानते हैं, लेकिन इसका कारण बहुत से लोगों को पता नहीं है.
दीपावली पर अकसर चारों ओर दीपक जलाए जाते हैं. घर के हर कोने में दीपक जलाए जाते हैं. दीपावली पर कहां कहां दीपक जलाएं जाते हैं, ये बहुत कम लोगों को पता है. तो चलिए हम आपको आज बताते हैं कि वो कौन-कौन सी जगह हैं जहां दीये जरूर जलाने चाहिए..
- दिपावली के दिन लक्ष्मी की पूजा (Click कर Video जरूर देखे) करने के लिए एक दीपक जलाया जाता है. वह दीपक पीतल या स्टील का होता है.
- कहते हैं कि दीपावली की रात को देवालय में गाय के दूध का शुद्ध घी का दीपक जलाना चाहिए. इससे तुरंत ही कर्ज से छुटकारा मिलता है और आर्थिक तंगी दूर हो जाती है.
- दीपावली की रात को तीसरा दीया तुलसी के पास जलाया जाता है. आपके घर में तुलसी नहीं है तो और किसी पौधे के पास यह दीया रख सकते हैं.
- चौथा दीपक दरवाजे के बाहर देहरी के आसपास रखा जाता है या बनाई गई रांगोली के बीच में रखते हैं.
- पांचवां दीया पीपल के पेड़ के नीचे रखकर आते हैं.
- छठा दीपक पास के किसी मंदिर में रखना जरूरी होता है.
- 7.सातवां दीपक कचरा रखने वाले स्थान पर रखते हैं.
- आठवां बाथरूम के कोने में रखते हैं.
- नौवां दीपक मुंडेर पर या आपके घर में गैलरी हो तो वहां रखते हैं.
- दसवां घर की दिवारों पर की मुंडेर पर या बॉउंड्रीवाल पर रखते हैं.
- 11.ग्यारहां दीपक खिड़की में रखते हैं.
- बारहवां दीपक छत पर रखते हैं.
- 13.तेरहवां दीपक किसी चौराहे पर रखकर आते हैं.
- चौदहवां दीपक दीपावली पर कुल देवी या देवता, यम और पितरों के लिए भी जलाया जाता है.
- पंद्रहवां दीपक गौशाला में रखते हैं.