कांकेर. नक्सलियों के उत्तर बस्तर डिविजन कमेटी के सहयोगी संगठन आलदंड जनताना सरकार के अध्यक्ष ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था.
बांदे स्थित बीएसएफ 121वीं बटालियन के कमांडेट महेंदरलाल ने बताया कि प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के सहयोगी संगठन जनताना सरकार के अध्यक्ष 26 वर्षीय देवसिंग पद्दा उर्फ बंडेराम ने आत्मसमर्पण कर दिया है. छोटेबेठिया थाना क्षेत्र के कोड़ोनार गांव का रहने वाला देवसिंग बीते 4 साल से माओवादी संगठन के लिए काम कर रहा था. देवसिंग आलदंड इलाके में माओवादी गतिविधियों का मास्टरमाइंड था. वह सुरक्षा बलों पर किए गए कई हमलों में भी कथित तौर पर शामिल रहा है.
पुलिस अधीक्षक कन्हैयालाल ध्रुव के अनुसार देवसिंग ने 4 दिसंबर 2016 को बेचाघाट गांव के पास बम धमाका किया था, इस हमले में चार पुलिसकर्मी घायल हो गए थे, वहीं 9 मार्च 2017 को कोड़ोनार और कोपीनगुंडा गांव के बीच नाले में हुए बम विस्फोट में भी उसका हाथ था. साथ ही 3 नवंबर 2017 को झारावार पुलिस दल पर घात लगाकर हमला करने वालों में भी देवसिंग शामिल था. इस हमले में आरक्षक मोहित पटेल शहीद हो गए थे. बीते 3 और 27 नवंबर को ग्राम बिनागुंडा पहाड़ी में पुलिस पार्टी पर फायरिंग करने की घटना को भी देवसिंग ने ही अंजाम दिया था. नक्सलियों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए सरकार द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इसी का नतीजा है कि एक के बाद एक नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं.