नई दिल्ली। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव बीके हरिप्रसाद ने छत्तीसगढ़ से नाता छोड़ अपने गृहराज्य के लिए काम करना शुरु कर दिया है. हरिप्रसाद ने अपने दफ्तर में दो दिन से कई दफे कर्नाटक के नेताओं से मुलाकात की है. वे ज्यादातर मुलाकातें राज्य के युवा नेताओं से कर रहे हैं. गौरतलब है कर्नाटक में छह महीने बाद विधानसभा चुनाव हैं.
चूंकि कांग्रेस के लिए कर्नाटक प्रतिष्ठा का सवाल है और बीके हरिप्रसाद राज्य के बड़े नेताओं में शुमार है लिहाज़ा उन्होंने खुद को राज्य की राजनीति में झोंकने का फैसला किया है. हरिप्रसाद ने लंबे समय तक एआईसीसी में संगठन का काम देखते आए हैं इसलिए वहां की मौजूदा ज़मीनी हक़ीकत से रुबरु होना उनके लिए बेदह जरूरी है. बताया जा रहा है कि ये बैठकें इसी एक्सरसाइज़ का हिस्सा है.
इससे पहले हरिप्रसाद कर्नाटक गए थे. बताया जा रहा है कि वहां भी उन्होंने बड़े नेताओं के साथ छोटे कार्यकर्ताओं से काफी फीड बैक लिया था.
कर्नाटक में अपनी व्यस्ता के मद्देनज़र हरिप्रसाद मीरा कुमार के साथ छत्तीसगढ़ दौरे पर नहीं आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी ने उनसे कहा है कि कर्नाटक कांग्रेस के लिए बेदह ज़रूरी है लिहाज़ा वहां ज्यादा ध्यान दें. गौरतलब है कि कांग्रेस के खाते में बड़े राज्यों में केवल कर्नाटक की ही सत्ता है.