दरअसल, हार्ले डेविडसन को भारत में वो रिस्पांस नहीं मिला जिसकी उम्मीद कंपनी कर रही थी। कंपनी इन दिनों वैसे भी लिक्विडिटी क्रंच का शिकार है। इस कड़ी में कंपनी ने अपने खर्चों में 75 मिलियन डॉलर की कटौती की योजना बनाई है। इसी कड़ी में कंपनी ने भारत मेंं मैन्युफैक्चरिंग बंद करने की योजना बनाई है। अब कंपनी उन बाजारों पर फोकस करेगी जहां उसे तगड़ा मुनाफा हो रहा है।
हार्ले डेविडसन ने भारत में अपने बिजनेस को समेटने को लेकर एक बयान जारी किया है। कंपनी ने कहा कि वह भारत में अपनी गाड़ियों की ब्रिकी और मैन्युफैक्चरिंग कामों को बंद कर रही है। अब कंपनी महत्वपूर्ण बाजारों पर अपना ध्यान केंद्रित करेगी और उन देशों से बिजनेस समेटेगी जहां प्राफिट निवेश के मुताबिक नहीं आ रहा है। कंपनी ने जहां पिछले साल देश में 2,500 बाइक बेची थी। वहीं, इस साल कोरोना महामारी के चलते कंपनी केवल 100 बाइक ही बेच पाई है।