रायपुर. हरतालिका तीज का व्रत भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि को रखा जाता हैं. हरतालिका तीज पर इस बार अद्भुत संयोग बना रहा है. रवि और इंद्र योग में तीज की पूजा होगी. साथ ही चित्रा और स्वाती नक्षत्र भी बन रहा है. हरतालिका तीज के दिन स्वाती नक्षत्र है और उस शुभ मुहूर्त में पूजा करना अखंड सौभाग्य को देने वाला साबित होगा. वैदिक पंचांग के अनुसार इस साल हरतालिका तीज की भाद्रपद शुक्ल तृतीया तिथि 17 सितंबर को सुबह 11 बजकर 08 मिनट से 18 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 39 मिनट तक है. व्रत के लिए उदयातिथि की मान्यता है. इसलिए इस साल हरतालिका तीज 18 सितंबर सोमवार को मनाई जाएगी.
इस बार हरतालिका तीज पर इंद्र योग और रवि योग बना है. रवि योग दोपहर 12:08 से अगले दिन 19 सितंबर को सुबह 06:08 तक है. हरतालिका तीज वाले दिन चित्रा और स्वाती नक्षत्र का संयोग बना है. इंद्र योग सुबह से लेकर अगले दिन प्रात:काल तक है. चित्रा नक्षत्र दोपहर 12:08 तक है. उसके बाद से स्वाती नक्षत्र है. हरतालिका तीज की पूजा स्वाती नक्षत्र में प्रदोष काल में होगी. जब सूर्य अस्त हो रहा होगा तो उस समय से हरतालिका तीज की पूजा प्रारंभ होगी. इस साल हरतालिका तीज की पूजा शाम 06:23 से प्रारंभ होगी. स्वाती नक्षत्र में माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
हरतालिका तीज का चौघड़िया मुहूर्त
हरतालिका तीज के दिन आप कोई शुभ कार्य करना चाहते हैं तो उस दिन के शुभ चौघड़िया मुहूर्त पर विचार कर सकते हैं. अमृत-सर्वोत्तम: सुबह 06:07 से 07:39 बजे तक, शुभ-उत्तम: सुबह 09:11 से 10:43 बजे तक, चर-सामान्य: दोपहर 01:47 से 03:19, लाभ-उन्नति: दोपहर 03:19 से शाम 04:51 तक, अमृत-सर्वोत्तम: शाम 04:51 से 06:23 बजे तक है.
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