चंडीगढ़। हरियाणा (Haryana) के करनाल (Karnal) में भाजपा (BJP) की बैठक से पहले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में जिले के एक शीर्ष अधिकारी पुलिसकर्मियों को पाठ पढ़ा रहे हैं कि भाजपा नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को “सिर में चोट” लगे. वायरल वीडियो में अधिकारी के बातों की भाजपा सांसद वरुण गांधी सहित कई लोगों ने आलोचना की.

भाजपा की एक बैठक के विरोध में हरियाणा के करनाल की ओर जा रहे किसानों के एक समूह पर राज्य पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया. लाठीचार्ज में कम से कम 10 लोग घायल हुए हैं. जहां मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, राज्य भाजपा प्रमुख ओम प्रकाश धनखड़ और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे.

वीडियो में, करनाल के उप-मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) आयुष सिन्हा पुलिसकर्मियों के एक समूह के सामने खड़े दिखाई दे रहे हैं और उन्हें निर्देश दे रहे हैं कि कोई भी विरोध करने वाला किसान क्षेत्र में एक निश्चित बैरिकेड से आगे न जाए.

“यह बहुत सरल और स्पष्ट है, वह कोई भी हो, चाहे वह कहीं से भी हो, किसी को भी वहां पहुंचने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. हम किसी भी कीमत पर इस रेखा को नहीं टूटने देंगे. बस अपनी लाठी उठाओ और उन्हें जोर से मारो … यह बहुत स्पष्ट है, किसी भी निर्देश की कोई आवश्यकता नहीं है, बस उन्हें जोर से पीटें. अगर मैं यहां एक भी प्रदर्शनकारी को देखता हूं, तो मैं उनके सिर फोड़ते देखना चाहता हूं.

“कोई शक?” अंत में एसडीएम ने कहा. “नहीं सर,” पुलिसकर्मियों ने बुलंद आवाज में कहा.

करनाल में पुलिस कार्रवाई की खबर सुनते ही अन्य जिलों के किसान भी बड़ी संख्या में निकल आए और एकजुट होकर राजमार्ग जाम कर दिया. इससे दिल्ली और चंडीगढ़ जैसे शहरों को जोड़ने वाले प्रमुख राजमार्गों पर भारी ट्रैफिक जाम हो गया. पुलिस ने कहा कि केवल हल्का बल प्रयोग किया गया क्योंकि प्रदर्शनकारी राजमार्ग को अवरुद्ध कर रहे थे और यातायात रोक रहे थे.

सिन्हा ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “कई जगहों पर पथराव शुरू हो गया था… ब्रीफिंग के दौरान कहा गया था कि आनुपातिक रूप से बल प्रयोग किया जाए.”

बीजेपी के वरुण गांधी ने ट्वीट किया, “मुझे उम्मीद है कि यह वीडियो एडिट किया गया है और डीएम ने ऐसा नहीं कहा है.. अन्यथा, लोकतांत्रिक भारत में हमारे अपने नागरिकों के साथ ऐसा करना अस्वीकार्य है.”

कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हुए, वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया, “खट्टर साहब, आज आपने हरियाणवी की आत्मा पर लाठियां बरसाई हैं… आने वाली पीढ़ियां किसानों के खून को याद करेंगी जो सड़कों पर बहाया गया है.”

स्वराज इंडिया के प्रमुख और संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के प्रमुख नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि पुलिस कार्रवाई ने “हरियाणा पुलिस का असली चेहरा उजागर कर दिया”. यादव ने ट्वीट किया, “वे (किसान) सीएम खट्टर और अन्य भाजपा नेताओं की करनाल यात्रा का विरोध कर रहे थे. यह हरियाणा पुलिस का असली चेहरा है.”