हाथरस कांड से पूरे देश में अपनी किर-किरी करा चूकी भाजपा की योगी सरकार इस मामले में एक बार फिर विवादों में है. इस बार विवाद उनकी सरकार से नहीं, लेकिन उनकी पार्टी से जरूर जुड़ा हुआ है.
भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय द्वारा ने 19 वर्षीय कथित हाथरस सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की पहचान को साझा कर दिया है. जिसके बाद राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने कहा है कि दुष्कर्म की पुष्टि हो जाने पर यह उन सभी को नोटिस भेजेगा, जिन्होंने पहचान साझा की थी, जिसमें अभिनेत्री स्वरा भास्कर और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भी शामिल हैं.
राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख रेखा शर्मा ने कहा, न केवल अमित मालवीय नहीं बल्कि दिग्विजय सिंह, स्वरा भास्कर और कई अन्य लोगों ने हाथरस पीड़िता की पहचान का सोशल मीडिया और जंतर-मंतर पर खुलासा किया है.
शर्मा ने आगे कहा कि दुष्कर्म पर रिपोर्ट स्पष्ट नहीं है और अदालत ने भी इसका स्वत:संज्ञान लिया है. एक बार इसकी स्पष्टता के बाद, एनसीडब्ल्यू सभी को नोटिस देगा. उन्होंने कहा, मेरे पास प्रत्येक व्यक्ति का डिटेल है. गौरतलब है कि 2 अक्टूबर की शाम को, मालवीय ने पीड़िता का एक वीडियो ट्वीट किया था, जिसमें कहा गया कि हाथरस पीड़िता ने एएमयू के बाहर एक रिपोर्टर के साथ बातचीत में दावा किया था कि उसका गला घोंटने की कोशिश की गई थी.
यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं की पहचान को सुरक्षित रखने के कानूनों का उल्लंघन करने को लेकर भाजपा नेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने के लिए 48 सेकंड का वीडियो पर्याप्त है. भारतीय दंड संहिता के तहत, यौन उत्पीड़न की शिकार पीड़िता की पहचान उजागर करना निषिद्ध है. लेकिन मालवीय के खिलाफ कार्रवाई की मांग के साथ, एनसीडब्ल्यू ने स्पष्ट किया है, जब भी वह उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा, तो स्वरा भास्कर और दिग्विजय सिंह जैसे अन्य लोगों को भी परिणाम भुगतना होगा.