बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) आज अपना 83वां जन्मदिन मना रहे हैं. लोग उन्हें शहंशाह के नाम से भी जानते हैं. एक समय ऐसा था जब उनकी 12 फिल्में लगातार फ्लॉप साबित हुई थी. ऑडियंस ने उन्हें फ्लॉप न्यूकमर का टैग भी दे दिया था. लेकिन बिग बी ने हिम्मत ना हारते हुए लोगों को गलत साबित किया और अपने टैलेंट से फ्लॉप न्यूकमर के टैग को ‘एंग्री यंग मैन’ में बदल दिया. क्या आप जानते हैं कि अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) हर साल दो बार अपना जन्मदिन मनाते हैं, और इसके पीछे की कहानी बेहद दिलचस्प है. (83 साल के हुए Amitabh Bachchan)

11 अक्टूबर और 2 अगस्त को जन्मदिन मनाते हैं अमिताभ बच्चन
बता दें कि अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) का जन्म 11 अक्टूबर 1942 में उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में हुआ था. उनके पिता हरिवंश राय बच्चन (Harivansh Rai Bachchan) हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध कवि थे, जबकि मां तेजी बच्चन सामाजिक कार्यों में सक्रिय थीं. बिग बी के फैंस 2 अगस्त को भी उनका जन्मदिन मनाते हैं. दरअसल, इस दिन को लोग उनका ‘पुनर्जन्म का दिन’ मानते हैं, क्योंकि इसी दिन उन्होंने मौत को मात दिया था.
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कुली के सेट पर हुआ था जानलेवा हादसा
साल 1982 में अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) फिल्म ‘कुली’ की शूटिंग कर रहे थे. 24 जुलाई को बेंगलुरु में एक एक्शन सीन के दौरान उन्हें गलती से पुनीत इस्सर (Puneet Issar) का घूंसा लगा, जिससे उनकी हालत काफी गंभीर हो गई थी. आलम ये था कि उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा और मल्टीपल सर्जरी करनी पड़ी थी.
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मौत को मात देकर लौटे थे बिग बी
डॉक्टरों ने उनकी हालत नाजुक बताई थी और एक समय ऐसा आया जब उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था. लेकिन 2 अगस्त को एक चमत्कार हुआ जब अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने अचानक अपना अंगूठा हिलाया, जिसके बाद उनकी तबीयत में सुधार होने लगा. इस दौरान उनके परिवार के साथ-साथ लाखों फैंस ने उनकी सलामती की दुआ मांगी थी. अंततः, 24 सितंबर को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली, और जब वह घर लौटे तो अस्पताल के बाहर हजारों फैंस उनका स्वागत करने के लिए मौजूद थे.
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