बेंगलुरु. कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन का नेतृत्व कर रहे एचडी कुमारस्वामी आज शाम साढ़े चार बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उनके साथ कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष जी परमेश्वर भी उप मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेंगे.
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के बेटे है कुमारस्वामी
जेडीएस प्रमुख कुमारस्वामी पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के बेटे है. जिनको राज्यपाल वजुभाई वाला विधानसभा के सामने शाम साढ़े चार बजे पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे. यह कुमारस्वामी का दूसरा कार्यकाल होगा. इससे पहले उन्होंने फरवरी 2006 से अक्तूबर 2007 के बीच 20 महीनों तक जेडीएस-भाजपा गठबंधन सरकार का नेतृत्व किया था.
कांग्रेस को मिला स्पीकर का पद
विधानसभा के स्पीकर का पद भी कांग्रेस को मिला है, जबकि डिप्टी स्पीकर जेडीएस से होगा. गुरुवार को केआर रमेश कुमार को स्पीकर चुना जाएगा. कांग्रेस की ओर से जारी बयान में इसकी जानकारी दी गई.
विपक्ष के कई दिग्गज नेता दिखेंगे एक साथ
शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष के कई नेता और कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी शरीक होंगे. यह घटनाक्रम अगले साल होने जा रहे लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा विरोधी एक मंच तैयार कर सकता है.समारोह में कई राष्ट्रीय और क्षेत्रीय नेताओं के शरीक होने की उम्मीद है. इसके जरिए 2019 के आमचुनाव से पहले भाजपा को विपक्षी एकजुटता का एक संदेश दिए जाने की उम्मीद है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, संप्रग अध्यक्ष एवं उनकी मां सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के भी समारोह में शरीक होने की संभावना है. माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, बिहार विधानसभा में विपक्षी नेता तेजस्वी यादव और नेकां के नेता फारूक अब्दुल्ला के भी उपस्थित होने की उम्मीद है. बसपा प्रमुख मायावती और सपा नेता अखिलेश यादव भी समारोह में शरीक होंगे. इस बीच, द्रमुक नेता एमके स्टालिन ने बेंगलुरू की अपनी यात्रा रद्द कर दी है. इसके बजाय वह तमिलनाडु में तूतीकोरीन जाएंगे, जहां आज पुलिस गोलीबारी में नौ लोग मारे गए.
24 को फ्लोर टेस्ट के बाद होगा मंत्रीमड़ल का विस्तार
कुमारस्वामी 23 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद 24 मई को विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे. विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के बाद कैबिनेट विस्तार किया जाएगा.सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों में कैबिनेट में जगह को लेकर भी बातचीत फाइनल हो गई है. कांग्रेस के 22 और जेडीएस के 12 विधायकों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है. विभागों के आवंटन पर गुरूवार को चर्चा होगी. गठबंधन के सुचारू रूप से कामकाज करने के लिए एक समन्वय समिति गठित की जाएगी.
येदियुरप्पा विधानसभा में बहुमत साबित करने में रहे विफल
गौरतलब है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 12 मई को मतदान हुए थे, जबकि 15 मई को नतीजे आए थे. इसमें 224 सदस्यीय विधानसभा की प्रभावी क्षमता फिलहाल 221 सदस्यों की है. विधानसभा चुनाव में भाजपा 104 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी.जबकि कांग्रेस को 78 सीटों और जेडीएस को 37 सीटों पर जीत मिली थी. इस चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला, जिसके चलते बीजेपी ने सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करके सरकार बना ली थी, लेकिन येदियुरप्पा विधानसभा में बहुमत साबित करने में विफल रहे. इसके बाद जेडीएस और कांग्रेस मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं. दोनों के कुल विधायकों की संख्या बहुमत से भी ज्यादा है.