मनोज यादव, कोरबा। जिला मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुल गई. मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद मरीज को उसके हाल पर छोड़ दिया गया. बुजुर्ग महिला और पुरुष घर जाने के लिए वाहन की तलाश में दर-दर भटकते रहे. इसे भी पढ़ें : CG Promotion Breaking : इस विभाग के अधिकारियों को मिला प्रमोशन, राज्य सरकार ने जारी किया आदेश, देखें सूची…

कोरबा स्थित जिला मेडिकल कॉलेज में शनिवार को कटघोरा ग्रामीण क्षेत्र के करीबन 18 बुजुर्ग महिला-पुरुषों के मोतियाबिंद का ऑपरेशन हुआ था. ऑपरेशन तो ठीक-ठाक हो गया, लेकिन ऑपरेशन के बाद बुजुर्ग मरीज अपनी जेब से मोटी रकम देकर खुद के खर्चे से ऑटो किराए पर कर घर जाना पड़ा.

वाहन के लिए भटक रहे मरीजों में व्यवस्था को लेकर खासी नाराजगी देखने को मिल रही थी. मरीजों का कहना था कि शासकीय योजनाओं की हकीकत सामने है. शासन की योजना के तहत उन्हें घर से सरकारी वाहन में लाया गया, लेकिन अब उनके जाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है, जिसकी वजह से वे भटक रहे हैं, और मजबूरन खुद से गाड़ी किराया कर घर जा रहे हैं.

जिला मेडिकल कॉलेज के सह अधीक्षक रविकांत जाटवर ने बताया कि शासन की योजनाओं के तहत मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए मरीजों को शासकीय वाहन से लाया जाता है, और छोड़ा जाता है. मरीजों को छोड़ने के लिए कहां पर गलती हुई है, इसकी जांच की जाएगी.