इमरान खान, खंडवा। मध्य प्रदेश में पिछले साल 2024 में कई ऐसी तस्वीरें सामने आईं, जिसने स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी। उम्मीद थी कि नए साल में ऐसा कुछ देखना नहीं पड़ेगा। मगर महीने के पहले दिन ही हेल्थ सिस्टम की खामियों को उजागर करने वाली घटना सामने आ गई। ताजा मामला खंडवा जिले का है, जहां एक गर्भवती को अस्पताल लेकर जाना था, लेकिन सड़क ही गायब थी। नतीजा यह हुआ कि घर पर ही प्रसव कराना पड़ा। ऐसी घटना तब हुई है जब राज्यमंत्री धर्मेंद्रसिंह लोधी जिले के प्रभारी मंत्री हैं।

सड़क न होने पर गांव नहीं पहुंचा एंबुलेंस, घर पर करानी पड़ी डिलीवरी

दरअसल, हंडिया खेड़ा गांव में समय पर एंबुलेंस न मिलने की वजह से गर्भवती महिला का घर पर ही प्रसव कराना पड़ा। इसके बाद ग्रामीणों ने 108 एंबुलेंस को सूचना दी। एंबुलेंस 108 पहुंची जरूर, लेकिन खराब रास्ता होने पर वाहन गांव के अंदर नहीं पहुंच सका। जिसके बाद महिला को स्ट्रेचर में बिठाकर कर्मचारी 1 किलोमीटर दूर खड़ी एंबुलेंस तक लेकर गए। 

महिला को टांगकर ले गए कर्मचारी, नवजात को पैदल एंबुलेंस तक पहुंचाया गया

स्वास्थ्य व्यवस्था कि शर्मनाक तस्वीर देखिए कि महिला को तो टांगकर ले जाना पड़ा। साथ ही उसके नवजात बच्चे को परिजन पैदल एंबुलेंस तक ले गए। जिसमे बाद जच्चा-बच्चा को गुडी अस्पताल में भर्ती किया गया। फिलहाल जहां दोनों स्वस्थ हैं। लेकिन इस तरह की घटना ने सिस्टम की लापरवाही को एक बार फिर उजागर कर दिया है। 

क्या कार्रवाई करेंगे प्रभारी मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी?

हालांकि, इस मामले को लेकर अब तक न किसी अधिकारी का बयान सामने आया है और न ही किसी नेता का। अब देखना होगा कि जिस जिले की जिम्मेदारी राज्यमंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने संभाल रखी है, वहां क्या आगे भी ऐसी ही तस्वीरें देखने को मिलेगी या फिर इस पर कोई कड़ा एक्शन लिया जाएगा।

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