भिंड। मध्य प्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है. ग्वालियर-चंबल संभाग के लगभग सभी जिले बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. वहीं भिंड जिले की रौंन तहसील में भी बाढ़ की स्थिति काफी भयावह हो गई है. हालांकि सेना की मदद से बाढ़ में फंसे लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया है.
दरअसल, रौंन तहसील के इंदुर्खी और परोरा गांव के करीब 500 लोग बीते दो दिनों से बाढ़ में फंसे हुए थे. जिनके रेस्क्यू करने के लिए जिला प्रशासन ने बचाव और राहत कार्य के लिए सेना की मदद मांगी. जिसके तहत ग्वालियर के मोरार सेना कैंट से 20 ग्रेनेडियर्स की टीम ने गांव में बाढ़ में फंसे ग्रामीणों को लगातार 2 दिन 8 नाव की मदद् से बाहर निकालने का कार्य किया.
वहीं रेस्क्यू के दौरान गंभीर रूप से घायल लोगों को सेना के जवानों इलाज की सुविधा भी मुहैया करवाया. सेना के जवानों ने करीब 400-500 लोगों को बाढ़ से सुरक्षित निकाल लिया है. हालांकि पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर सेना का बचाव और राहत कार्य अभी भी जारी है. आसपास के इलाके की स्थिति पर प्रशासन नजर बनाए हुए है.
आपको बता दें कि भिंड जिले में 25 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. जिसमें कुल 10 हजार 194 लोग प्रभावित हैं. यहां बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से 1100 लोगों का रेस्क्यू किया गया है. 10 राहत कैंप बनाए गए हैं. जहां 800 लोगों को रखा गया है. राहत एवं बचाव कार्य में एसडीआरएफ की दो टीम, आर्मी के 52 जवान और 7 बोट लगी हुई हैं.
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