रुद्रप्रयाग. केदारनाथ में मंगलवार दोपहर बाद से देर शाम करीब साढ़े पांच घंटे तक रुक-रुककर बर्फबारी हुई. पहाड़ के विभिन्न हिस्सों में भी मौसम खराब रहा. चमोली जिले में बद्रीनाथ, हेमकुंड साहिब और औली में दूसरे दिन भी बर्फबारी हुई. केदारनाथ धाम में दिन चढ़ने के साथ यहां मौसम का मिजाज बार-बार बदलता रहा. दोपहर साढ़े 12 बजे से धाम में हल्की बर्फबारी शुरू हो गई थी, जो देर शाम छह तक जारी रही. क्षेत्र में दो इंच नई बर्फ जम गई है. खराब मौसम के कारण यहां कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ऐसे में पुनर्निर्माण के कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं.
निचले क्षेत्रों में बारिश होने से ठंड बढ़ गई है.औली में बर्फबारी होने से यहां पर्यटकों की भीड़ उमड़ने लगी है. नीती घाटी में सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहने से कड़ाके की ठंड पड़ रही है. मौसम में आए परिवर्तन से समूचा चमोली जिला शीतलहर की चपेट में आ गया है.
यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम समेत ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के चलते जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. जिला मुख्यालय समेत निचली घाटियों में बिना बारिश के ही शीतलहर के चलते लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं, बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा तो हर्षिल, दयारा, डोडीताल, हरकीदून आदि पर्यटन स्थल बर्फ से लकदक होने से आने वाले दिनों में क्रिसमस एवं नए साल के जश्न के लिए बड़ी संख्या में पर्यटकों के यहां पहुंचने की उम्मीद है.
उच्च हिमालयी क्षेत्र में लगातार हो रहे हिमपात से निचले इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. मुनस्यारी की चोटियों हंसलिंग, पंचाचूली, राजरंभा, मिलम, रालम, छिपलाकेदार में मंगलवार सुबह से ही लगातार हिमपात हो रहा है. इसके चलते क्षेत्र का न्यूनतम तापमान माइनस एक डिग्री तक पहुंच गया है.
दोपहर का अधिकतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस रहा. चोटियों पर लगातार हो रहे हिमपात से मुनस्यारी समेत अन्य स्थानों पर ठंड बढ़ गई है. लोग रात में लकड़ियां जलाकर आग सेंक रहे हैं. मदकोट, डीडीहाट, बेड़ीनाग, सिंगाली, अस्कोट आदि स्थानों पर भी ठंड का प्रकोप बढ़ गया है.