लंदन। 12 साल की एक हिंदुस्तानी बच्ची राजगौरी पवार का आईक्यू अलबर्ट आंस्टीन और स्टीफन हाकिंग से भी ज्यादा पाया गया है.

राजगौरी ने इंग्लैंड में हुई ब्रिटिश मेन्सा आईक्यू प्रतियोगिता में राजगौरी ने 162 मार्क्स हासिल किए हैं. उसने 18 साल से 6 साल पहले ही ये इतने मार्क्स हासिल कर लिए. जबकि किसी भी सदस्य के लिए इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए 18 वर्ष का होना जरूरी है. मेन्सा के मुताबिक राजगौरी उन 20 हजार बच्चों में शामिल थी जो इस प्रतियोगिता में शामिल थे.

इस प्रतियोगिता के बाद राजगौरी ने कहा कि प्रतियोगिता के टेस्ट के दौरान मैं काफी डरी हुई थी, लेकिन टेस्ट के बाद मैं परिणाम को लेकर निश्चिंत हो गई. वहीं राजगौरी के पिता डॉ. सूरज कुमार का कहना है कि ये राजगौरी की और उसके टीचर्स की मेहनत का नतीजा है.

उसने इस प्रतियोगिता के लिए बहुत मेहनत की थी और अब वो इसमें सफल हुई है. राजगौरी पहली ऐसी भारतीय नहीं है जिसने ये प्रतियोगिता में इतने मार्क्स हासिल किए है. इससे पहले भी 11 साल के अखिलेश और 10 साल के ध्रुव ने भी इस कारनामे को अंजाम दिया था.