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सुनील पासवान, बलरामपुर। मध्यप्रदेश के सिंगरोली जिले के रहने वाली ठक्कर फैमली की 8 साल की बेटी मानवी बीते चार महीने पहले सूरजपुर के रकसगंडा जलप्रपात में बह गई थी. जिसकी तलाश अभी तक जारी है. बीते चार महिने से बेटी की तलाश में पिता लीलाधर ठक्कर और मां नंदिता ठक्कर दर-दर भटक रहे हैं.
जानकारी के अनुसार चार महीने पहले सूरजपुर जिले के रकसगंडा जलप्रपात में पिकनीक मनाने आए दंपत्ती की बेटी वाटरफाल में पैर फिसलने से तेज बहाव में बह गई थी. जिसके बाद अभी तक बच्ची के बारे में किसी भी तरह की कोई जानकरी हासिल नही हुई है.बच्ची का नाम मानवी है जिसकी उम्र 8 साल की बताई जा रही है. जो मध्यप्रदेश के सिंगरोली की रहने वाली है.
पानी में गिरी बच्ची का कुछ भी पता नहीं मिलने से परेशान ठक्कर दंपत्ति ने अपने स्तर से काफी प्रयास किया और बच्ची के पोस्टर छपवाए,मदद के लिए लगातार पुलिस के दरवाजे में दस्तक दी लेकिन कहीं से उन्हें मदद नहीं मिली.ठक्कर फैमिली ने सूरजपुर पुलिस से उम्मीद हारने के बाद अब उन्होंने बलरामपुर पुलिस से मदद की गुहार लगाई है.
मां नंदिता ठक्कर की ममता को ठेस न पहुंचे इसके लिए बलरामपुर जिले के एडिसनल एसपी ने कहा की अब उनकी टीम इस मामले में काम कर रही है लेकिन मामला सूरजपुर जिले का होने से उन्हें भी परेशानी हो रही है अपने स्तर पर उन्होने बच्ची के जीवीत और मृत होने दोनों बिन्दुओं पर विवेचना शुरु कर दी है.दंपत्ती को विश्वास है कि उनकी खोई हुई बेटी उन्हें एक दिन जरूर मिलेगी.